Meerut News: सुभारती विश्वविद्यालय में सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में विद्यार्थियों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियां
Meerut News: शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी से छात्रों में नेतृत्व क्षमता और आत्म-विश्वास का विकास होता है।
Meerut News: आज यहां स्वामी विवेकानंद सुभारती विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक सांस्कृतिक कार्यक्रम स्पंदन 2024 कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने अपनी रंगारंग प्रस्तुतियों से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इससे पहले कार्यक्रम का शुभारंभ कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज, फाइन आर्ट्स कॉलेज के डीन डॉ. पिंटू मिश्रा, सांस्कृतिक समिति की अध्यक्षा डॉ. भावना ग्रोवर, डेंटल कॉलेज के प्राचार्य डॉ निखिल श्रीवास्तव, फार्मेसी कॉलेज के प्राचार्य डॉ सोकिन्द्र कुमार, एजुकेशन कॉलेज के प्राचार्य डॉ संदीप कुमार द्वारा माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। साथ ही उद्घाटन सत्र में सांस्कृतिक समिति के सभी सदस्य भी उपस्थित रहे
कुलपति मेजर जनरल डॉ. जी.के. थपलियाल ने विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम विद्यार्थियों के आत्मविश्वास और सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा के साथ-साथ सांस्कृतिक गतिविधियों में भागीदारी से छात्रों में नेतृत्व क्षमता और आत्म-विश्वास का विकास होता है। मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. शल्या राज ने भी इस अवसर पर छात्रों को शुभकामनाएँ दीं और कहा कि सुभारती विश्वविद्यालय का उद्देश्य है कि छात्रों को प्रतिभाशाली और बहुआयामी बनने का अवसर मिले। उन्होंने कहा कि स्पंदन जैसे कार्यक्रमों से विद्यार्थियों में नई ऊर्जा और सकारात्मकता का संचार होता है।
सांस्कृतिक समिति की अध्यक्षा डॉ. भावना ग्रोवर ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में कई तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें सोलो सिंगिंग, ग्रुप सिंगिंग, पेंटिंग, फेस पेंटिंग, सोलो डांस, ग्रुप डांस, मेहंदी, रंगोली, कोलार्ज, नाटक, फैशन शो आदि प्रमुख हैं। उन्होंने कहा कि स्पंदन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों की छिपी हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करना और उन्हें प्रोत्साहित करना है।
प्रतियोगिताएं और विजेता
स्पंदन के पहले दिन की प्रमुख प्रतियोगिताओं में पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी संकाय द्वारा किया गया, जिसका विषय भारतीय धरोहर था। इस प्रतियोगिता में 40 छात्रों ने भाग लिया और अपनी कला के माध्यम से भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत किया। निर्णायक मंडल में प्रो. अर्चना रानी (आरजी पीजी कॉलेज), प्रो. नीलिमा गुप्ता (सेवानिवृत्त प्राचार्य, आईएनपीजी कॉलेज, मेरठ), और श्री अमित कुमार (हरिओम सरस्वती पीजी कॉलेज, हरिद्वार) शामिल थे। पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान तारुषी चौहान (फाइन आर्ट्स), द्वितीय स्थान कनिष्का (भाषा विभाग), और तृतीय स्थान वंश कीर्ति शर्मा (विज्ञान संकाय) को प्राप्त हुआ।
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन आचार्य विष्णु गुप्त सुभारती कॉलेज ऑफ मैनेजमेंट एंड कॉमर्स द्वारा किया गया, जिसमें कुल 17 टीमों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में प्रो. अर्चना रानी, डॉ. नीलिमा, और डॉ. अमित शामिल रहे। प्रतियोगिता में इफरा सिद्दीकी (लिबरल आर्ट्स एंड ह्यूमैनिटीज) ने प्रथम स्थान, शालिनी शर्मा (नंदलाल बोस सुभारती कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स एंड फैशन डिजाइन) ने द्वितीय स्थान, और दिशा सिंगल (ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी) ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।
ग्रुप सिंगिंग प्रतियोगिता का आयोजन सुभारती विश्वविद्यालय के सत्यजीत रे प्रेक्षागृह में हुआ। इसका आयोजन ज्योतिराव फुले सुभारती कॉलेज ऑफ फिजियोथैरेपी द्वारा किया गया। इस प्रतियोगिता में सुभारती कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने प्रथम स्थान, सुभारती पॉलिटेक्निक कॉलेज ने द्वितीय स्थान, और सुभारती पैरामेडिकल कॉलेज ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता के जज डॉ. शैल शर्मा (40 वर्षों का अनुभव), श्री मुकेश कुमार तिवारी (म्यूजिक टीचर, मेरठ पब्लिक स्कूल), और श्री अरुण श्रीवास्तव (वरिष्ठ संगीतकार और कंपोजर)।
सोलो सिंगिंग प्रतियोगिता में विभिन्न कॉलेजों के छात्रों ने हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में अरुण श्रीवास्तव (पद्म भूषण और ग्रैमी पुरस्कार विजेता के शिष्य और आराधी संगीतालया, सुषांत सिटी, मेरठ के संचालक), डॉ. शैल शर्मा (गर्गी मेरठ गर्ल्स स्कूल में संगीत विभाग की प्रमुख), और मुकेश कुमार तिवारी (पीजीटी संगीत, दिल्ली पब्लिक स्कूल) शामिल थे। प्रतियोगिता में प्रथम स्थान एसडीसी कॉलेज के छात्रों ने प्राप्त किया, द्वितीय स्थान वोकल फाइन आर्ट्स के छात्रों को मिला, और तृतीय स्थान बीएनवाईएस कॉलेज के छात्र ने संयुक्त रूप से प्राप्त किया।