Meerut News: मेरठ में बाढ़ ने मचाई तबाही, दर्जनों गाँव आये चपेट में, जिलाधिकारी ने किया दौरा
Meerut News: पिछले करीब एक महीने से बाढ़ के हालातों का सामना कर रहे खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की परेशानी सुनने व हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे जिलाधिकारी दीपक मीणा आज खुद अपने अधीनस्थ अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे।
Meerut News: पिछले करीब एक महीने से बाढ़ के हालातों का सामना कर रहे खादर क्षेत्र के ग्रामीणों की परेशानी सुनने व हालात का जायजा लेने के लिए पहुंचे जिलाधिकारी दीपक मीणा आज खुद अपने अधीनस्थ अफसरों के साथ मौके पर पहुंचे। जिलाधिकारी दीपक मीणा द्वारा मवाना हस्तिनापुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर राहत कार्य की स्थिति का जायजा लिया गया तथा संबंधित अधिकारियो को निर्देशित किया कि लगातार राहत कार्य हेतु कार्यवाही जारी रखी जाये। जिलाधिकारी ने हस्तिनापुर के ग्राम तारापुर में बाढ़ के संबंध में स्थानीय ग्रामीणों व स्थानीय अफसरों के साथ बैठक भी की।
बाढ़ से 28 गावं प्रभावित
बता दें कि बाढ़ के चलते खादर क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों में जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। लोगों का आपस में संपर्क कट गया है। लोग नाव के सहारे गांव से बाहर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अब सबसे बड़ा संकट उनके लिए रोजी-रोटी का गहरा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में पशुओं के लिए चारे का संकट भी खड़ा हो गया है। ग्राम तारापुर, रठौडा खुर्द, रठौरा कलां, चामरोद, नगली खादर, नगली गजरौली, बामनौली, दूधली खादर, बस्तोरा नारंग आदि गांव के लोगो के अनुसार खादर क्षेत्र के लगभग 28 ग्रामों में लगभग 2300 हेक्टेयर पौधा व पेड़ी फसल बुरी तरह से प्रभावित होने की संभावना है।
किसानों नें बताया कि गन्ना पौधा फसल जो मार्च के बाद बोई गई है, उसको काफी नुकसान पहुंचा है। पेड़ी फसल में भी थोड़ा नुकसान हुआ है। शेष बाढ़ का पानी उतरने पर मौके पर जांच उपरांत सही-सही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। किसानों द्वारा आगामी पेराई सत्र में गन्ना आपूर्ति में बाढ़ प्रभावित किसानों को सुविधा देने व गन्ना बीज उपलब्ध कराए जाने की मांग की जा रही है। बहरहाल, गंगा का कच्चा तटबंध कई स्थानों से क्षतिग्रस्त हो जाने के बाद क्षेत्र के लोगों को बाढ़ से जल्दी राहत की उम्मीद कम दिख रही है। क्योंकि तटबंध से पानी निकलकर लगातार खादर क्षेत्र में पहुंच रहा है।