Meerut News: बसपा में उठा-पटक जारी,ताश के पत्तों की तरह फेंटे जा रहे पदाधिकारी

Meerut News: बसपा के पूर्व मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम का है जिनकी पार्टी में फिर वापसी हो गई है। इससे पूर्व मई में निकाय चुनाव में मिली हार के बाद बसपा से पूर्व मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।

Update:2023-07-30 20:33 IST
(Pic: Newstrack)

Meerut News: उत्तर प्रदेश के मेरठ में पिछले कुछ दिनो से सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। हालात ये हैं कि पार्टी कभी किसी को निकालती है तो कभी किसी का निष्कासन रद्द कर उसे पार्टी में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपती है। ऐसे में लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बसपा के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है। ताजा मामला बसपा के पूर्व मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम का है जिनकी पार्टी में फिर वापसी हो गई है। इससे पूर्व मई में निकाय चुनाव में मिली हार के बाद बसपा से पूर्व मंडल प्रभारी प्रशांत गौतम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था। प्रशांत पर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगे थे। उधर, प्रशांत ने भी पार्टी के बड़े नेताओं पर आरोप लगाते हुए बसपा प्रमुख मायावती को पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की थी।

15 मई को मायावती को लिखे अपने पत्र में प्रशांत गौतम ने एक तरह पार्टी सुप्रीमों मायावती पर ही यह कहते हुए उंगली उठा दी थी कि भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री और सपा की ओर से राष्ट्रीय अध्यक्ष हर जिले में चुनाव प्रचार करते रहे, जबकि आपकी (मायावती) ओर से कोई चुनावी बयान आया न कोई रैली की गई। इससे कार्यकर्ताओं का मनोबल गिरा है। ऐसे लोगों के हाथ में पार्टी की कमान है, जिनका खुद का कोई जनाधार नहीं है। ऐसी परिस्थिति में पार्टी में काम करना संभव नहीं है। सभी पदों से मेरा इस्तीफा स्वीकार किया जाए। इसके बाद बसपा के जिलाध्यक्ष मोहित आनंद ने पत्र जारी कर प्रशांत को अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया। उन्होंने लिखा है कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपों की छानबीन के बाद यह कार्रवाई की गई है।

अब ताजा जानकारी यह मिली है कि प्रशांत की निष्कासन की कार्रवाई वापस हो गई है। इससे पहले प्रशांत ने शनिवार को दिल्ली में बसपा सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। ऐसे में माना जा रहा है कि पार्टी नेतृत्व की इस कार्रवाई से विरोधियों पर प्रशांत भारी पड़ गए। पार्टी नेतृत्व ने माना कि प्रशांत के साथ पूर्व में हुआ निर्णय गलत था। जल्द ही प्रशांत को बसपा में बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है।

यही नहीं एक महीने पहले ही संगठन में मेरठ मंडल से समशुद्दीन राइन को हटाकर मुनकाद अली को सेक्टर (जोन) प्रभारी बनाया था। उनके साथ पूर्व मंत्री राजकुमार गौतम और पूर्व एमएलसी प्रदीप जाटव को मेरठ मंडल पर लगाया था। लेकिन एक महीने के भीतर फिर से बदलाव करते हुए मेरठ मंडल समशुद्दीन राइन को फिर से दिया हैं। शमसुद्दीन को मेरठ सहारनपुर मंडल का सेक्टर और बरेली मुरादाबाद मंडल के सेक्टर का भी प्रभारी बनाया है। चार मंडल देकर एक तरह से उनको वेस्ट यूपी की प्रभारी का औहदा दे दिया हैं। मुनकाद अली के लिए कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर मेरठ मंडल में उनका सहयोग लिया जा सकता हैं। अभी तक मेरठ मंडल मंडल पर मुनकाद अली के साथ रहे पूर्व एमएलसी प्रदीप जाटव को भी हटा दिया। उन्हें फिलहाल पैदल कर दिया हैं। संगठन में कोई जिम्मेदारी किसी स्तर पर नहीं दी गई।

ताजा बदलाव में एक महीने पहले बने मेरठ के जिलाध्यक्ष महावीर प्रधान को हटा दिया। महावीर प्रधान की जगह एक माह पहले हटाए गए मोहित आनंद को फिर से मेरठ के अध्यक्ष बना दिया। बागपत जिले के अध्यक्ष मांगेराम जाटव को हटाकर विक्रम भाटी को जिलाध्यक्ष बनाया है। इसी तरह बुलंदशहर में कमल राजन को हटाकर राजेंद्र कुमार और गौतमबुद्धनगर में दीपक बौद्ध को हटाकर नरेश गौतम को जिलाध्यक्ष बनाया है।

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