Meerut: आत्मदाह करने वाले किसान की इलाज के दौरान मौत, ग्रामीणों में गुस्सा, प्रशासन समझाने-बुझाने में जुटा
Meerut News: मृतक के गांव से मिली जानकारी के अनुसार, जगबीर की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया। परिजन मवाना जाकर धरना-प्रदर्शन की जिद पर अड़े हैं, जबकि कुछ ग्रामीण पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश में लगे हैं।
Meerut News: मेरठ के मवाना में एसडीएम दफ्तर के सामने खुद को आग लगाने वाले किसान जगबीर (53 वर्ष) की शनिवार (06 जनवरी) करीब साढ़े तीन बजे मौत हो गई। किसान का शरीर 70 फीसदी जल चुका था। जिसके बाद उसे मेरठ रेफर किया गया था। इलाज के दौरान किसान की मौत हो गई। जिलाधिकारी दीपक मीणा (DM Deepak Meena) ने newstrack.com से बातचीत में मौत की पुष्टि की। उधर, किसान की मौत से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। हस्तिनापुर के अलीपुर मोरना गांव में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है।
DM बोले- परिवार से बात चल रही है, मदद देंगे
जिलाधिकारी दीपक मीणा ने बताया कि, 'मृतक किसान के परिजनों को सरकार से हर संभव मदद दिलाने के लिए हम बात कर रहे हैं। हम लोग खुद भी मदद कर रहे हैं। क्योंकि, जगबीर कृषक था इसलिए दुर्घटना योजना का भी मिलेगा। उन्होंने कहा, उनके परिवार से बात चल रही है। जो भी मदद होगी शासन से वह सारी मदद उनकी की जाएगी।'
किसान का बेटा चढ़ गया टावर पर
उधर, अलीपुर मोरना गांव निवासी जगबीर किसान की मौत होने से पहले उनका छोटा बेटा आकाश गांव में लगे टावर पर चढ़ गया था। जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासनिक अफसर गांव वालों की पंचायत में उनसे बात कर रहे थे तभी किसान का बेटा टावर पर चढ़ गया था। उसको भी समझा-बुझाकर नीचे उतार लिया गया है।'
...तब तक अंतिम संस्कार नहीं करेंगे
मृतक के गांव से मिली जानकारी के अनुसार, जगबीर की मौत की खबर सुनते ही परिजनों में आक्रोश फैल गया। परिजन मवाना जाकर धरना-प्रदर्शन की जिद पर अड़े हैं, जबकि कुछ ग्रामीण पीड़ित परिवार को समझाने की कोशिश में लगे हैं। लेकिन परिजन नहीं मान रहे हैं। उधर, प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक जगबीर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। परिजनों का कहना है कि जब तक दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी तब तक वह उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।'
SDM-थाना प्रभारी ने दिया आश्वासन
इससे पहले, एसडीएम अखिलेश यादव और थाना प्रभारी विजय बहादुर आज गांव पहुंचे थे। जहां उन्होंने ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया था। एसडीएम अखिलेश यादव ने ग्रामीणों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। साथ ही कहा कि इस मामले में निष्पक्षता से पूरी जांच कराई जाएगी।
परिजनों से मिला रालोद प्रतिनिधिमंडल
राष्ट्रीय लोकदल का एक प्रतिनिधिमण्डल पीड़ित किसान, जिन्होंने कल प्रशासन से त्रस्त हो कर खुद को आग के हवाले करके आत्मदाह करना की कोशिश की थी उनसे और उनके परिवार से मिलने के लिए न्यूटिमा हॉस्पिटल मिलने पहुंचा। इनमें मुख्य रूप से पूर्व मंत्री डॉ. मेराजुद्दीन अहमद,राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजकुमार सांगवान,राष्ट्रीय सचिव डॉ. कुलदीप उज्जवल,पूर्व विधायक विनोद हरित,पूर्व विधायक राजेंद्र शर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र खजूरी, राष्ट्रीय लोकदल प्रदेश अध्यक्ष(सामाजिक न्याय प्रकोष्ठ) संगीता दोहरे आदि पीड़ित और उनके परिवार से मिले और उनको हर संभव मदद का भरोसा दिलाया और कहा कि राष्ट्रीय लोकदल आपके साथ है।