Meerut News: मेरठ में माल ढुलाई स्टेशन बनाने को लेकर सांसद राजेन्द्र अग्रवाल रेल मंत्री से मिले
Meerut News: सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्री से कहा कि मेरठ के औधौगिक महत्व को देखते हुए मेरठ के न्यू परतापुर स्टेशन पर माल उतारने चढ़ाने कि सुविधा के प्रावधान हेतू मेरे द्वारा अनुरोध किया गया था।
Meerut News: मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने आज रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से उनके रेल भवन स्थित कार्यालय में भेंट की तथा मेरठ के न्यू परतापुर रेलवे स्टेशन पर टर्मिनल का निर्माण करने के लिए निविदाएं आमंत्रित करने हेतू संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की।
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्री से कहा कि मेरठ के औधौगिक महत्व को देखते हुए मेरठ के न्यू परतापुर स्टेशन पर माल उतारने चढ़ाने कि सुविधा के प्रावधान हेतू मेरे द्वारा अनुरोध किया गया था। जिसके संबंध मे रेल मंत्रालय के उपक्रम डेडीकेटेड फ्रैट कॉरीडोर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के समूह प्रबंधक परिचालन एवं व्यवसाय विकास द्वारा पिछले साल 17 अगस्त को सूचित किया गया था कि रेलवे कि गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल नीति के अंतर्गत विकसित किये जाने वाले टर्मिनलों मे आवेदन आमंत्रित करने कि प्रक्रिया मे न्यू परतापुर का नाम सम्मिलित कर लिया गया है।
सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने रेल मंत्री से अनुरोध किया कि मेरठ के औधौगिक क्षेत्र के वर्तमान महत्व तथा संभावित द्रुत विस्तार को ध्यान मे रखते न्यू परतापुर स्टेशन पर माल उतारने चढ़ाने कि सुविधा के प्रावधान हेतू टर्मिनल का निर्माण करने के लिए निविदाएं आमंत्रित करने हेतू संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करें।
बता दें कि पिछले कुछ अर्से से मेरठ के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल अपने संसदीय क्षेत्र की छोटी-बड़ी तमाम समस्याओं को लेकर काफी गंभीर दिख रहे हैं। कुछ लोग सांसद की सक्रियता तो उनके टिकट से जोड़ कर देख रहे हैं। दरअसल, 80 सीटों को जीतने का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा ने यूपी के कई जिलाध्यक्षों को बदल दिया है। भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए राज्य में अपने लगभग एक-चौथाई सांसदों को भी हटाने पर विचार कर रही है। भाजपा के सूत्रों की मानें तो हटाए गए लोगों में मेरठ के सांसद भी शामिल हो सकते हैं। इसकी वजह पिछले चुनाव में उनकी जीत का अंतर है जो कि बहुत ही कम रहा था। टिकट कटने के खतरे से सांसद राजेन्द्र अग्रवाल भी अच्छी तरह वाकिफ हैं। शायद यही वजह है कि सांसद अपनी मेरठ से जुड़ी जन-समस्याओं के समाधान के लिए सक्रियता में कोई कमी नहीं छोड़ना चाहते हैं।