UP में GPS के जरिए सरलता से होगी जमीनों की पैमाइश, कर्मचारियों को दी जा रही ट्रेनिंग
लखनऊ: यूपी का राजस्व विभाग जमीनों की पैमाइश अब ईटीएस ( इलेक्ट्रानिक टोटल मशीन) एवं जीपीएस मशीन के द्वारा सरलता कर सकेगा। इसके लिए विभागीय कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
इस सिलसिले में राजा टोडरमल सर्वेक्षण एवं भू-लेख प्रशिक्षण संस्थान, हरदोई के सहायक निदेशक विजय सिंह ने ईटीएस मशीन के माध्यम से भू-सर्वेक्षण का प्रदर्शन किया। इस मशीन के माध्यम से किसी भी क्षेत्र (भूखण्ड/खेतों) की पैमाइश जीपीएस की सहायता से बहुत सरल तरीके से कम समय में सटीक रूप से की जा सकती है।
मशीन से ही तैयार हो जाता है नक्शा
इसमें क्षेत्र विशेष के कोनों के आकांश देशान्तर और उसकी ऊँचाई का भी अंकन मशीन से किया जाता है। जिसमें मशीन के माध्यम से ही नक्शा तैयार किया जा सकता है और उसमें खेत की भुजाओं की लम्बाई चौड़ाई स्वतः अंकित हो जाती है। इससे मानवीय त्रुटि की सम्भावना नहीं रहती है। इस प्रकार त्रुटि रहित पैमाइश कम समय में की जा सकती है।
-राजस्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीण कुमार ने देखा मशीन का प्रदर्शन।
-कहा-इस कार्य के लिए सम्बन्धित स्टाॅफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
-भविष्य में इस तकनीक के इस्तेमाल से सर्वेक्षण एवं पैमाइश का कार्य किया जा सकेगा।
-इससे ग्रामीण क्षेत्रों में भूमि सीमा सम्बन्धी विवादों में कमी आएगी।
-खेतों की पैमाइश से होने वाले झगड़ों एवं राजस्व के मुकदमों में कमी आयेगी।