UP में जारी प्रवासियों को आगमन, अब तक यहां आ चुके 10 हजार से ज्यादा मजदूर
अहमदाबाद से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बाराबंकी के 162 लोगों के अलावा प्रदेश के कई जिलों के लोग भी सवार थे। जिला प्रशासन ने स्टेशन पर पुख्ता व्यवस्था की है
लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बड़े निर्णय के बाद प्रदेश सरकारों से समन्वय स्थापित करते हुए रेलगाड़ियों के ज़रिए प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जनपदों तक वापस भेजने की एक व्यापक रुपरेखा तैयार की गयी है। पहली मई से विशेष श्रमिक रेलगाड़ियों के द्वारा इन प्रवासी मजदूरों को उनके घरों को वापस भेजा जा रहा है। अभी तक उतर प्रदेश में लगभग 9 लाख प्रवासी मजदूरों को लाया जा चुका है। मुख्यमंत्री के विशेष निर्देश पर इनको गाइडलाइन के अनुसार क्वारन्टीन किया जा रहा है और उसके बाद इन्हें उनके घरों तक राशन किट के साथ पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने इन प्रवासी मजदूरों के रोजगार की व्यापक योजना तैयार कर ली है।
10 हजार से ज्यादा श्रमिक पहुंच चुके बाराबंकी
इसी के तहत गुजरात में फंसे 1299 कामगारों को लेकर श्रमिक स्पेशल ट्रेन बाराबंकी रेलवे स्टेशन पहुंची। अहमदाबाद से चली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में बाराबंकी के 162 लोगों के अलावा प्रदेश के कई जिलों के लोग भी सवार थे। जिला प्रशासन ने स्टेशन पर पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये राजस्व विभाग की टीमों ने सभी यात्रियों का ब्योरा दर्ज किया। और स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने सभी का स्वास्थ्य परीक्षण किया।
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परीक्षण के दौरान कई श्रमिकों में कोराना के लक्षण दिखाई दिए। जिनका स्टेशन पर ही कोरोना का सैंपल लेकर लखनऊ जांच के लिए भेजा गया। प्लेटफार्म के बाहर मजदूरों के लिए लगायी गयी परिवहन विभाग की बसों के माध्यम से दूसरे जनपद के रहने वालों को भेजा दिया गया। सभी श्रमिकों के लिए प्रशासन ने खाने पीने का उचित इंतजाम किया था। अब तक 10 हजार से भी अधिक श्रमिक अपने गृह जनपद बाराबंकी पहुंच चुके हैं।
सरकार कर मजदूरों के रोजगार की व्यवस्था
इनमें से कुछ पहले ही बसों के जरिए आ चुके हैं। प्रदेश की योगी सरकार जिस तरह से अपने प्रवासी लोगो को वापस लाने का काम कर रही है ठीक उसी तरह इन सभी को रोजगार से जोड़ने के लिए उचित प्रबंध भी किए हैं। सरकार मजदूरों का क्वारंटाइन पीरियड पूरा होते ही मनरेगा, ईंट भट्ठे और चीनी मिलों समेत एमएसएमई सेक्टर्स में उन्हें नौकरी दिलाने की व्यवस्था कर रही है।
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बाराबंकी जिला प्रशासन ने जिले में मौजूद श्रमिकों के अलावा अन्य राज्यों से लौट रहे श्रमिकों को रोजगार देने में अहम भूमिका निभाते हुवे जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के तहत 900 से अधिक ग्राम पंचायतों में जल संरक्षण खासकर नदियों के पुनरूद्धार, तालाबों की खुदाई, चेक डैम, नहरों की सफाई के लिए मिट्टी से संबंधित, ग्रामीण सड़कों की मरम्मत आदि सहित सैकड़ों तरह कार्यों को शुरू कर प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की कवायद शुरू कर दिया है।