ट्रकों में भरकर आये सैकड़ो मजदूर: सोशल डिस्टेंसिंग हुई फेल, ऐसा दिखा नजारा
शामलीः जनपद में एक ट्रक के माध्यम से सैकड़ों प्रवासी मजदूर ट्रक में शामली पहुंचे तो वहीं भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने उनको खाना खिला कर उच्च अधिकारियों से उनके टेस्ट करा कर सुरक्षित सरकारी सुविधा द्वारा उनके घर पहुंचाने के लिए आग्रह किया । वहीं किसान यूनियन नेता का कहना है कि सरकार द्वारा व्यवस्थाएं पूर्ण नहीं है इस महामारी में प्रत्येक व्यक्ति को दूरदराज से आने जाने वाले व्यक्ति को कम से कम दो रोटी जरूर खिलानी चाहिए सरकार की इतनी व्यवस्था होने के बाद भी प्रवासी मजदूरों के सामने वो बहुत कम नजर आ रही है।
जनपदों से सील पैक ट्रक के अंदर बंद होकर सैकड़ों मजदूर पहुंचे
प्रदेश की सरकार दूसरे प्रदेशों से प्रवासी मजदूरों को बुलाकर उनके घर तक पहुंचाने के लिए कितनी भी व्यवस्थाएं करें लेकिन वह कम ही नजर आ रही है। एक ओर जहां दूसरे जनपदों से सील पैक ट्रक के अंदर बंद होकर सैकड़ों मजदूर शामली पहुंचे। तो वहीं सूचना मिलते ही भारतीय किसान यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे। उनको अपनी तरफ से खाना खिला कर सरकारी अधिकारियों द्वारा उनके बारे में अवगत करा कर उनके कोरोंना वायरस के टेस्ट कराएं।
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मजदूरो का हुआ कोरोना टेस्ट, फिर क्वारंटीन करने का बंदोबस्त
फिर उन्हें सरकारी सुविधा द्वारा उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाने का बंदोबस्त कराने की बात कही एक और जहां प्रधानमंत्री ने प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री को आदेश दिए हैं तो वही प्रधानमंत्री के आदेश के बाद रेल और बस की व्यवस्था प्रदेश सरकार द्वारा की गई है । लेकिन फिर भी दूरदराज से आने वाले प्रवासी मजदूर पैदल रिक्शा और अन्य वाहनों से जैसे तैसे जुगाड़ कर अपने घर पहुंचने की कोशिश करने हैं।
घर वापसी में सोशल और फिजिकल डिस्टेंसनिंग भूल गए मजदूर
उसी दौरान आज एक बड़ा ट्रक सील पैक हो कर शामली पहुंचा। जिसमे सैकड़ो से ज्यादा मजदूर थे अगर उसमे कोई भी कोरोना का मरीज हुआ तो सैकड़ों को कोरोना का शिकार बना देगा। ऐसे में प्रशासन की व्यवस्था है ठप नजर आ रही है।
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लुधियाना से उत्तर प्रदेश के अलग अलग ज़िलों के लिए जा रहा था कैंटर
शामली पुलिस को सूचना मिली कि एक कैंटर में कुछ प्रवासी श्रमिकों को ले जाया जा रहा है । सूचना के आधार पर कैंटर को रोक कर चैक करने पर पाया गया कि उसमें कुल 78 प्रवासी श्रमिक बैठें हैं, जिन्होंने इस कैंटर को पंजाब प्रांत के लुधियाना शहर से उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल के अलग अलग ज़िलों में जाने के लिए बुक किया था। उन्हें तत्काल वहा रोक कर थाना कैराना क्षेत्र में बने शेल्टर होम(राधा स्वामी सत्संग भवन) ले जाया गया।
भोजन एवम् मेडिकल स्क्रीनिंग के पश्चात सभी श्रमिकों को बसों में बैठाकर उनके गृह जनपद के लिए रवाना किया जा रहा हैं । श्रमिकों को नियम विरुद्ध परिवहन कर ले जा रहे कैंटर को एमवी एक्ट की धारा में सीज कर दिया गया है तथा कैंटर चालक के विरुद्ध महामारी अधिनियम एवं लॉक डाउन उल्लंघन की सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जा रही है ।
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भारतीय किसान यूनियन के नेता का कहना है
वहीं इस मामले में भारतीय किसान यूनियन के नेता का कहना है कि सैकड़ों की संख्या में ट्रक में सवार होकर प्रवासी मजदूर शामली पहुंचे थे ।जहां उन्हें खाना खिलाया और फिर सरकार अधिकारी से आग्रह कर उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाने के बारे में कहा।
भारतीय किसान यूनियन का कहना है कि सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को दी जा रही सुविधा अभी कम है इस मामले में आसपास के ही नहीं दूर-दराज के लोगों को भी आने जाने वाले प्रवासी मजदूरों को कम से कम दो रोटी जरूर खिलाने चाहिए । क्योंकि सरकार द्वारा व्यवस्थाएं प्रवासी मजदूरों के आगे कम पड़ रही है तो वहीं उन्होंने कहा कि जब तक शामली में एक भी मजदूर बचा है या यहां से गुजर रहा है तो उसको अब खाना खिलाने का काम भारतीय किसान यूनियन करेगा और फिर उसको सुरक्षित सरकार द्वारा उसके घर तक पहुंच जाएगा।
रिपोर्टर : पंकज प्रजापति
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