हाथरसः बुलंदशहर में एनएच-91 पर लूट और गैंगरेप की घटना के महज 2 दिन बाद उरई डिपो की रोडवेज बस में बदमाशों ने लूटपाट की है। कोतवाली सिकंदराराऊ इलाके के एटा रोड पर दिल्ली से उरई जा रही उरई डिपो की रोडवेज बस को बदमाशों ने निशाना बनाया है।
शुक्रवार को बुलंदशहर में लूट के बाद गैंगरेप की घटना पर सीएम ने पुलिस को पिकेट ड्यूटी के लिए कहा था। अब सवाल यह है कि पुलिस पिकेट ड्यूटी के बावजूद कैसे बदमाशों ने हाइवे पर बस में लूटपाट की। पुलिस की नजरों से बदमाश कैसे निकल गए।
क्या है पूरा मामला
-थाना सिकन्द्राराऊ क्षेत्र के एटा रोड पर उरई डिपो की रोडवेज बस को बदमाशों ने रोक लिया।
-बस के ड्राइवर को नीचे फेंक दिया, बस में पहले से 2 बदमाश सवार थे।
-बाकी 5 बदमाश हथियार लेकर बस मेें बैठे यात्रियों से नगदी, मोबाइल, जेवर लूटकर भाग गए।
-घटना के बाद पहुंची पुलिस ने पूरे इलाके मे नाकाबंदी कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी।
-देर रात ग्रामीणों की मदद से पुलिस ने 2 संदिग्धों को कस्टडी में लिया है जिनसे पूछताछ चल रही है।
क्या था पूरा मामला
-घटना कोतवाली देहात क्षेत्र के दोस्तपुर गांव की है।
-पीड़ित ने बताया कि नेशनल हाइवे एनएच 91 पर दोस्तपुर गांव के पास डकैतों ने सड़क पर एक लोहे की राड को फेंक दिया।
-ड्राइवर ने कार का एक्सिल टूटने के भ्रम में सड़क किनारे गाड़ी रोक दी।
-तभी झाड़ियों ने निकलकर करीब एक दर्जन डकैत हथियारों के साथ बाहर निकल आए।
-डकैत हाइवे से करीब 50 मीटर दूर खेतों में कार समेत पूरे परिवार को ले गए।
-उन्हें बंधक बनाकर नकदी और महिलाओं के कीमती जेवर ले लिए।
-कार में तीन महिलाएं और तीन पुरूष सवार थे।
-डकैतों ने कार में बैठी मां-बेटी के साथ गैंगरेप किया।
-बदमाश करीब डेढ़ घंटे तक वारदात को अंजाम देते रहे और इलाके की पुलिस सोती रही।
-सुबह तक तक बदमाशों का तांडव जारी रहा। उनके जाने के बाद डरे-सहमे परिवार ने बुलंदशहर थाना देहात में जाकर पुलिस को घटना की जानकारी दी।
-शिकायत के बाद गैंगरेप पीड़ित महिलाओं का मेडिकल कराया गया है।
-पीड़ित परिवार शहजहांपुर का रहने वाला है जबकि घर के कुछ लोग नोएडा में नौकरी में नौकरी करते हैं।
-वारदात के समय पूरा परिवार एक तेरहवीं में भाग लेने जा रहा था।