मंचों पर सुरक्षित PM और CM के साथ उद्योगपति, प्रदेश में आम नागरिक सुरक्षित नहीं: दीपक सिंह
असगर नकी
अमेठी: योगी राज में यूपी पुलिस वाह-वाही लूटने के लिए किसी भी स्तर पर जानें को तैयार है। राजधानी लखनऊ में
गोमतीनगर पुलिस ने बीती रात एप्पल स्टोर के एरिया मैनजेर विवेक तिवारी की जिस तरह सुनियोजित रूप से हत्या की वो जग जाहिर है। हत्याकांड के बाद सरकार की नींद टूटी और योगी जी एक्शन में आ गए लेकिन वारदात ने राजनैतिक रूप ले लिया। कांग्रेस एमएलसी दीपक सिंह ने ट्वीट करते हुए घटना को दुःखद बताया, लिखा कि जिस उप्र की राजधानी में नागरिक कभी अपराधी की गोली से कभी पुलिस की गोली से मार दिया जाता हो, उस प्रदेश की इन्वेस्टर समिट में PM और CM के साथ उद्योगपति मंचों पर तो सुरक्षित है। पर प्रदेश में आम नागरिक सुरक्षित नहीं। उन्होंंने सवाल करते हुए लिखा कि विवेक तिवारी की सहकर्मी बंधक क्यों ?
वही सदस्य विधान परिषद दीपक सिंह ने उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राम नाइक को भी उक्त मामले में पत्र लिखा। श्री सिंह ने पत्र में लिखा कि जिस प्रदेश में राजधानी सहित बड़े शहरों तक में,आम नागरिक कभी अपराधी की गोली से कभी पुलिस की गोली से मार दिया जाता हो, उस प्रदेश की इन्वेस्टर समिट में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के साथ बड़े उद्योगपति मंचों पर तो सुरक्षित है, परंतु प्रदेश में उनके अधिकारी कर्मचारी, आम नागरिक सुरक्षित नहीं है। विवेक के ऊपर पुलिस को कोई अपराधिक घटना नहीं मिली तो उसके चरित्र का हनन किया जा रहा है, पुलिस कह रही है बचाव में गोली मारी, इस वजह से उसकी सहकर्मी को नजर बंद किया गया है, अगर विवेक पर छोटी सी भी एफ.आई. आर. दर्ज होती, अथवा सिपाही की जगह गोली किसी दरोगा या अधिकारी ने मारी होती तो निश्चित रूप से उसके चरित्रहीन नहीं उसे अपराधी बताया जा रहा होता। इस प्रदेश में सरकार अपना इकबाल खो चुकी है, सरकार झूठतंत्र, भाषण तंत्र और अपवाह तंत्र जातीय धार्मिक उन्माद के भरोसे अपने सरकार की रक्षा कर रही है, आम आदमी की जिंदगी से सरकार का कोई लेना देना नहीं। योगी सरकार में अभी तक जितने भी संदिग्ध काउंटर हुए है, इस घटना ने उनपे भी सवाल खड़े कर दिए इस लिए संदिग्ध काउंटर सहित इस घटना की भी CBI अथवा हाई कोर्ट के जज स्तर से इनकी न्यायिक जांच होनी चाहिए।