बुनियादी सुविधाओं को तरसता आदर्श गांव, तंग ग्रामीणों ने किया चुनाव बहिष्कार का ऐलान
ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का सामूहिक ऐलान कर दिया। ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री, राज्यपाल और चुनाव आयुक्त को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर प्रबुद्ध सिंह को सौपा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब नेता और प्रशासन विकास नहीं दें सकते, तो हम वोट क्यों दें।
महोबा: शासन-प्रशासन से लाख फरियादों के बाद भी जिले का आदर्श गांव पिपरमाफ अब भी विकास की राह तक रहा है। नाराज ग्रामीणों ने इसके विरोध में सोमवार को तहसील परिसर में प्रदर्शन किया और राज्यपाल और चुनाव आयुक्त को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौपा। ग्रामीणों ने बुनियादी सुविधाएं न मिलने पर विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का ऐलान किया है।
सांसद ने लिया है गोद
-बुंदेलखंड का महोबा जिला आपदा का दंश झेल रहा है।
-इसके गांवों की बदहाली का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि आदर्श गांव तक में बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।
-विकास खंड कबरई के गांव पिपरमाफ पठारी को हमीरपुर-महोबा के बीजेपी सांसद पुष्पेंद्र सिंह चंदेल ने गोद लिया है।
-मगर गांव में विकास तो दूर गांव के मजरा पठारी में आज़ादी के बाद से बिजली तक नहीं है।
बुनियादी सुविधाएं नहीं
-ग्रामीणों ने कई बार शासन-प्रशासन से गुहार लगाई। यहां तक कि प्रधानमंत्री को भी पत्र लिखकर अपनी दुर्दशा की जानकारी दी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
-गांव में न तो सड़क है, न स्वास्थ्य सेवा। यहां तक कि बिजली भी नहीं है और शिक्षा तो दूर का सपना है।
-गांव के लोग जनप्रतिनिधियों से लगातार सुविधाओं की मांग कर रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
चुनाव बहिष्कार का ऐलान
-जब धैर्य जवाब दे गया, तो ग्रामीणों ने विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का सामूहिक ऐलान कर दिया।
-ग्रामीणों ने राज्यपाल और चुनाव आयुक्त को संबोधित ज्ञापन एसडीएम सदर प्रबुद्ध सिंह को सौपा है।
-ग्रामीणों का कहना है कि जब नेता और प्रशासन विकास नहीं दें सकते, तो हम वोट क्यों दें।
-ग्रामीणों का आरोप है कि सांसद, विधायक और प्रशासन गांव के साथ सौतेला व्यवहार कर रहे हैं।
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