विपक्ष को छोड़ सत्ता खेमे में दिखे जयंत चौधरी, चरण सिंह को बताया धरतीपुत्र, बोले- यही सरकार दे सकती सम्मान

Jayant Chaudhary: जयंत चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के खूब कसीदे पढ़े और भारत रत्न से समान्नित चौधरी चरण सिंह को धरतीपुत्र करार दिया।

Report :  Viren Singh
Update:2024-02-10 14:33 IST

Jayant Chaudhary (सोशल मीडिया)  

Jayant Chaudhary: संसद के बजट सत्र के आखिरी दिन शनिवार को लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में राम मंदिर पर चर्चा की गई। राज्यसभा में चर्चा में भाग में लेते हुए आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी शनिवार को विपक्ष का खेमा छोड़ सत्ता पक्ष की सीट पर बैठे दिखाई दिए और इधर आते ही उनके सुरों में इंडिया गठबंधन को लेकर बड़ा बदलाव देखने को मिला। इस दौरान जयंत चौधरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ के खूब कसीदे पढ़े और भारत रत्न से समान्नित चौधरी चरण सिंह को धरतीपुत्र करार दिया। उन्होंने कहा कि यही सरकार है जो चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न का सम्मान दे सकती है।

मोदी में दिखती चौधरी चरण की छवि

राज्यसभा में रालोद मुखिया जयंत चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी में मुझे चौधरी चरण सिंह की छवि दिखती है। मेरा मानना है कि पीएम मोदी और भारत सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिया है, इससे दो बड़े काम होते हैं, एक तो यह कि हम चौधरी चरण सिंह की विरासत को फिर से स्थापित करते हैं। मेरा मानना है कि यह सिर्फ एक पुरस्कार नहीं बल्कि यह सबसे बड़ा सम्मान है। उन्होंने कहा एक जमीनी स्तर की सरकार, जो जमीन की आवाज को समझती है और उसे ऊपर उठाना चाहती है। ऐसी सरकार ही धरती पुत्र चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दे सकती है।

इस सरकार में दिखती चौधरी चरण सिंह की कार्यशैली

सांसद चौधरी ने कहा कि मैं 10 साल तक विपक्ष में रहा हूं, कुछ समय के लिए इस सदन के इस तरफ बैठा हूं। मौजूदा सरकार की कार्यशैली में भी चौधरी चरण सिंह के विचारों की झलक मिलती है। पीएम मोदी गांव में शौचालयों के मुद्दों को संबोधित करते हैं, जब भारत सरकार महिला सशक्तिकरण को अपना मंच बनाती है और गांवों में जागरूकता पैदा करती है, तो मुझे इसमें चौधरी चरण सिंह जी का उद्धरण याद आता है। भारत रत्न चौधरी चरण सिंह पर सदन में चर्चा के दौरान विपक्षीय दलों द्वारा बीच में हो रही ठोंका टिप्पणी पर जयंत ने चिंता प्रकट की। उन्होंने कहा कि विपक्ष के इस हरकत से मैं दुखी हुआ हूं।

चौधरी चरण किसानों के नेता नहीं बल्कि विचारक थे

उन्होंने कहा कि मुझे हैरानी हो रही है कि चौधरी चरण सिंह जैसी शख्सियत को चुनाव में लड़ने और जोड़ने तक ही सीमित रखना चाहते हैं। अगर हम लैफ्ट, राइट और सेंटर में बंटे करेंगे तो देश के असली धरती पुत्र चौधरी चरण सिंह का सम्मान कैसे रख पाएंगे? चौधरी चरण सिंह ने साधारण जीवन को उसूल बनाकर अपना जीवन जीया। गांधी जी के ग्राम स्वराज के विचारों का उनके चरित्र मूल हिस्सा रहा। उन्होंने लाल बहादुर शास्त्री की ईमानदारी को अपने जीवन में अपनाया। उन्होंने कहा कि चौधरी चरण सिंह की पहचान देश में खेती किसानी और कामगार से जुड़ी हुई है। चौधरी चरण को सुनने के लिए दूर दूर से गांव के लोग उनके पास चल आते थे। कुछ लोगों को मनाना है कि चौधरी चरण सिंह जाटों और किसानों के नेता थे, बल्कि ऐसा नहीं, वह एक बड़े विचारकर थे।

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