Moradabad News: खनन अधिकारी कार्यालय का बाबू 20 हजार की रिश्वत लेते गिरफ्तार
Moradabad News: एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित खनन अधिकारी के कार्यालय के बाबू को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
Moradabad News: मुरादाबाद की एंटी करप्शन टीम ने गुरुवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित खनन अधिकारी के कार्यालय के बाबू को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। घर में मिट्टी डालने की फाइल आगे बढ़ाने के लिए बाबू ने 20,000 की रिश्वत रफी अहमद नमक युवक से ली थी।मुरादाबाद के कलेक्ट्रेट परिसर में खनन विभाग का दफ्तर है। आरोपी बाबू मिट्टी डालने की अनुमति देने के नाम पर तीन लाख की घूस मांग रहा था।
रफी की शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है। मुंडापांडे क्षेत्र के मोहम्मद रफी ने बताया है कि वह खनन के ठेकेदार हैं। उन्होंने पर्यावरण निदेशालय लखनऊ से मिट्टी डलवाने के ठेके की अनुमति ली थी। निदेशालय ने स्थानीय स्तर पर लेटर जारी करने का आदेश जारी किया था। लखनऊ से परमिशन मिलने के बाद शिकायतकर्ता ने खनन अधिकारी राहुल से परमीशन देने को कहा। पांच जुलाई को राहुल ने रफी को संविदा कर्मचारी शाहरुख से मिलने को कहा।
शाहरुख लेटर जारी करने के लिए तीन लाख की घूस मांगने लगा। शाहरुख ने जुलाई से अब तक कई बार फोन करके पैसे मांगे थे। परेशान होकर रफी ने पांच सितंबर को एंटी करप्शन से खान कार्यालय बाबू शाहरुख की शिकायत की। तभी से टीम ने बाबू को ट्रैक करना शुरू कर दिया। गुरुवार को एंटी करप्शन की टीम ने 20 हजार की घूस लेते बाबू को गिरफ्तार कर लिया।शिकायत करने वाले रफी के अनुसार मोहम्मद रफी ने बताया कि उससे 3 लाख रुपये की डिमांड की गई थी। जो बाद में 2 लाख पर तय हुई थी और आरोपी बाबू ने अलग से 20,000 रुपये की मांग अपने लिए की थी। उसी 20000 की रकम लेते हुए उसे एंटी करप्शन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है।
एंटी करप्शन की इस कार्रवाई से जिले भर के खनन कारोबारियों और खान विभाग में हड़कंप मचा हुआ है तथा खनन विभाग एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। इस मामले में जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि जिस कर्मचारी को एंटी करप्शन टीम ने पकड़ा है, वह आउटसोर्सिंग से कंपनी के माध्यम से नियोजित है तथा विभाग का स्थायी कर्मचारी नहीं है। इस मामले में जिला खनन अधिकारी राहुल सिंह और एडीएम वित्त एवं राजस्व से पूरी रिपोर्ट मांगी गई है। भ्रष्टाचार में जो भी लिप्त होगा, उस पर कड़ी कार्रवाई होगी, चाहे वो कितना बड़ा अधिकारी ही क्यों नहीं हो।