Moradabad News: पहली बारिश में ही स्मार्ट सिटी की गलियों में चल रही नांव, जिम्मेदारों ने किया किनारा
Moradabad News: मुरादाबाद की स्मार्ट सिटी में गिनती भले ही शुरू हो गई है, परन्तु यहां की स्थिति आज से 50 साल पहले जैसी है, रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए सामान जैसे- चाय, चीनी, दूध, सब्ज़ी लेने के लिए गलियों में नांव से आना जाना पड़ रहा है।
Moradabad News: मुरादाबाद, स्मार्ट सिटी में शामिल तो हो गया है लेकिन मानसून के पहली और दूसरी बारिश में पूरे शहर में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। लोग इस घर से उस घर तक जाने के लिए नांव का सहारा ले रहे हैं। जनपद मुरादाबाद की स्मार्ट सिटी में गिनती भले ही शुरू हो गई है, परन्तु यहां की स्थिति आज से 50 साल पहले जैसी है, मुरादाबाद सिटी के थाना कटघर इलाके की भोलानाथ कालोनी में मानसून की पहली दो दिन की बारिश ने मुरादाबाद के स्मार्ट सिटी का नाम और यहां के नगर निगम के कार्यों की पोल खोलकर रख दी है।
गलियों में चल रही नांव
यहां के लोगों को पीने तक का पानी नहीं मिल पा रहा है। रोजमर्रा के इस्तेमाल के लिए सामान जैसे- चाय, चीनी, दूध, सब्ज़ी लेने के लिए गलियों में नांव से आना जाना पड़ रहा है। यहां के लोग शहर के मुख्य रास्तों से कट गए हैं।
भोलानाथ कालोनी को बसे हुए लगभग 12 वर्षो से भी ज़्यादा का समय बीत चुका है। परन्तु यहां सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। कालोनीवासियों ने एक-दो बार नहीं, अनेकों बार नगर निगम में इस समस्या को लेकर शिकायत की है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।
कोई सुनवाई नहीं
यहां के निवासियों का कहना हैं कि हमने जिलाधिकारी तक गुहार लगाई, परन्तु वहां भी हमारी सुनवाई नहीं होती है। अकेले भोलानाथ कालोनी का ही यह हाल नहीं है। कांशीराम नगर की भी कुछ ऐसी ही स्थिति है। दो दिन की बारिश में कांशीराम कालोनी के मुख्य मार्ग पर भी तीन फीट तक पानी भर गया है।
कांशीराम कालोनी में लोगों के घरों में भी पानी घुस जाता है। यहां भी पानी की निकासी कही नही है। नालियों और नालों की सफाई के नाम पर खाना पूर्ति करके अपने उच्च अधिकारियों को खुश कर दिया जाता है। जबकि मुरादाबाद में दो बार से सत्ता बीजेपी के ही हाथ में रही है।
इस बाबत जब यहां के मेयर विनोद अग्रवाल से बात की गई तो उन्होंने अपने आपको कैमरे से बचाते हुए आफ कैमरा पर कहा कि "बेटे तुम थोड़ी परेशानी उठाओ, तुम्हारे बच्चे आराम करेंगे। मौज करेंगे। स्मार्ट सिटी का काम चल रहा है।
जलभराव को लेकर जिम्मेदारों ने किया किनारा
तो वहीं दूसरी तरफ अपर नगर आयुक्त ने तो मीडिया टीम को देखते ही अपनी गाड़ी रोकने की बजाय आगे बढ़ा दी। इतना ही नहीं नयारियांन मोहल्ला, चौकी हसन खां, रेती स्ट्रीट, खब्बू का नाला आदि डेढ़ दर्जन जगहों पर जल भराव के कारण लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है, परन्तु मुरादाबाद का नगर निगम प्रशासन मस्त है और जनता त्रस्त और पस्त है।