Municipal Elections: बीजेपी नेताओं को नसीहत, संभावित प्रत्याशी का लगाया पोस्टर, बैनर तो नहीं मिलेगा टिकट
Municipal Elections: कहा गया है कि कोई भी नेता किसी कार्यकर्ता को यह आश्वासन न दें कि वह उन्हें टिकट दिला देगा। शीर्ष नेतृत्व जिसके नाम पर मुहर लगाएगा उसे टिकट मिलेगा।
Municipal Elections: भारतीय जनता पार्टी के यूपी अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने अपने नेताओं, कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को निकाय चुनाव को लेकर कड़े निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा है अगर कोई भी नेता कार्यकर्ता संभावित प्रत्याशी लिखकर पोस्टर, बैनर लगवाएगा तो उसे किसी भी सूरत में टिकट नहीं दिया जाएगा। उन्होंने अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि कोई भी नेता किसी कार्यकर्ता को यह आश्वासन न दें की वह उन्हें टिकट दिला देगा। शीर्ष नेतृत्व जिसके नाम पर मुहर लगाएगा उसे टिकट मिलेगा।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने निकाय चुनाव में विद्रोह की स्थिति रोकने के लिए जिले के पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है, क्योंकि निकाय चुनाव या पंचायत चुनाव में स्थानीय स्तर पर ज्यादा विरोध देखने को मिलते हैं क्योंकि यह स्थानीय चुनाव होता है और चुनाव लड़ने वालों की संख्या ज्यादा होती है। पंचायत चुनाव से सबक लेते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने अब नगर निकाय चुनाव से पहले आपसी गुटबाजी और स्थानीय विरोध को थामने के लिए पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी है।
भूपेंद्र चौधरी ने अपने कार्यकर्ताओं से कहा है कि नगर पालिका व नगर पंचायत में बेहतर रणनीति के साथ चुनाव लड़ना है यही कार्यकर्ताओं के लिए चुनौती है चुनाव प्रबंधन ऐसा हो कि विधानसभा चुनाव की तरह नगर निकाय चुनाव में भी ज्यादा से ज्यादा भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी जीत कराएं जिससे 2024 की रहा एक बार फिर से आसान हो सके। भूपेंद्र चौधरी ने 2019 के लोकसभा चुनाव का जिक्र करते हुए अपने नेताओं कार्यकर्ताओं से कहा कि चुनाव में दो बड़े राजनीतिक दल एक हो गए थे। पश्चिम का बड़ा दल कहे जाने वाले राष्ट्रीय लोक दल भी उनके साथ 2022 के चुनाव में आ गए। इसके बाद भी प्रदेश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक बार फिर से बनाई।
गौरतलब है कि आगामी निकाय चुनाव की तैयारियों में भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह से लगी हुई है। प्रदेश अध्यक्ष से लेकर संगठन के तमाम पदाधिकारी और नेता, मंत्री तैयारियों को लेकर अलग-अलग जिलों का दौरा कर रहे हैं. बीजेपी का फोकस 17 नगर निगमों के साथ ही ज्यादा से ज्यादा नगर पालिका और नगर पंचायत की सीट जीतने का है. जिसे 2024 के लोकसभा चुनाव में इसका असर दिखाई दे।