Muzaffarnagar: श्रीकांत त्यागी मामले को लेकर लोगों ने किया पूर्व BJP विधायक का विरोध, गांव वालों ने दी धमकी
Muzaffarnagar Latest News: श्रीकांत त्यागी के समर्थन में त्यागी समाज का विरोध दिन प्रतिदिन तेज होता जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी नेताओं को विरोध का सामना भी करना पड़ रहा है।
Muzaffarnagar Latest News: श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) के समर्थन में त्यागी समाज (Tyagi Samaj) का विरोध दिन प्रतिदिन तेज होता जा रहा है। जिसके चलते अब ग्रामीण क्षेत्रों में बीजेपी नेताओं को विरोध (BJP leaders) का सामना भी करना पड़ रहा है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद की पुरकाज़ी विधानसभा क्षेत्र (Purkazi Assembly Constituency) के गांव खाईखेड़ी का है।
जहां आजादी के 75 में अमृत महोत्सव के चलते चल रहे एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे बीजेपी के पूर्व विधायक प्रमोद ऊंटवाल को यहां के त्यागी समाज के लोगों का विरोध उस समय झेलना पड़ा जब विधायक जी स्कूली बच्चों के साथ तिरंगा यात्रा (Tiranga Yatra) गांव में निकाल रहे थे। इसी दौरान गांव के कुछ लोगो ने इकठ्ठा होकर पूर्व विधायक प्रमोद ऊंटवाल (Former MLA Pramod Untwal) को ये स्पष्ट कह दिया की विधायक जी जब तक ये प्रकरण चल रहा है तब तक आप गांव में ना आओ।
घटना सोशल मीडिया पर वायरल
आपको बता दें कि इस दौरान गांव की ही किसी व्यक्ति ने इस घटना को अपने मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था जो इस समय जनपद में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस बाबत जब हमने बीजेपी के इस पूर्व विधायक प्रमोद ऊंटवाल से बात की तो उनका साफ तौर पर कहना था कि उनका कहीं कोई विरोध नहीं हुआ है।
प्रमोद ऊंटवाल की माने तो अमृत महोत्सव के अंतर्गत पार्टी के द्वारा सरकारी कार्यक्रम चल रहे हैं मेरी विधानसभा में भी तिरंगे झंडे वितरित किए जा रहे हैं जिन्हें मैं खुद वितरित कर रहा हूं आज मैं खाईखेड़ी गांव में पहुंचा था जहा प्रधान सहित बहुत से लोग थे जिन्हे तिरंगा झंडा देखकर तिरंगा यात्रा निकाली गई थी।
मेरा किसी ने कोई विरोध नहीं किया सब लोग अपने हैं वहां पर कुछ लड़के थे उन्होंने कहा विधायक जी यह बात है। हमने उनसे कहा कि त्यागी वाला जो प्रकरण आपका चल रहा है उसमें आप लोग हमें ज्ञापन दीजिए हम आपकी बात योगी जी तक पहुंचाएंगे वह सब लोग अपने थे वीडियो में आपने सुना होगा वे लोग कह रहे हैं कि विधायक जी हम पहले से आप का सम्मान करते थे।