नैतिक पार्टी बोली- मुलायम के समधी ने दबाया मामला, नहीं तो उनकी पत्नी फंसती
लखनऊ: नैतिक पार्टी ने यूपी के सूचना आयुक्त अरविंद सिंह बिष्ट पर आरटीआई एक्टविस्ट के उत्पीड़न का आरोप लगाया। सोमवार (4 दिसंबर) को पार्टी की तरफ से एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया कि पद पर आते ही उन्होंने (बिष्ट) आरटीआई कार्यकर्ताओं का दमन शुरू कर दिया।
नैतिक पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अनूप गुप्ता ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा, कि 'बिष्ट को योग्यता के आधार पर नहीं, बल्कि मुलायम सिंह यादव का समधी होने के कारण पूर्व की सपा सरकार के कार्यकाल में ये पद दिया गया था। सूचना आयुक्त बनते ही उन्होंने आरटीआई एक्टिविस्ट का दमन शुरू किया।'
...तो फंस जातीं पत्नी अम्बी बिष्ट
अनूप गुप्ता ने अरविन्द सिंह बिष्ट को खुली चुनौती देते हुए कहा, कि 'जल्द इनके काले साम्राज्य का खुलासा होगा। इनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएंगे।' आरटीआई एक्टिविस्ट तनवीर अहमद ने बताया, कि '11 जनवरी को एक आरटीआई वापस लेने का अरविन्द सिंह बिष्ट दबाव बना रहे थे। मना करने पर उन्होंने मुकदमा दर्ज करा दिया। सूचना के तहत उस जानकारी में उनकी पत्नी अम्बी बिष्ट फंसती, जो लखनऊ विकास प्राधिकरण में संयुक्त सचिव हैं।'
तनवीर अहमद ने कहा, कि उन्होंने धारा 202 के तहत लोकसेवक के खिलाफ अभियोजन का केस कर रखा है। उन्हें उम्मीद है कि न्याय मिलेगा।