Ghaziabad News: किसान नेता की हत्या करने की साजिश नाकाम, सुपारी लेने और देने वाले आरोपी गिरफ्तार

Ghaziabad News In Hindi: गाजियाबाद में पुरानी रंजिश के कारण एक बड़े किसान नेता की हत्या की साजिश रची गई थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। किसान नेता की हत्या के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर भी हायर कर लिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में सुपारी लेने और देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया।

Report :  Bobby Goswami
Published By :  Deepak Kumar
Update:2021-12-05 19:42 IST

पकड़े गए आरोपी पुलिस के साथ। 

Ghaziabad News In Hindi: गाजियाबाद (Ghaziabad) में पुरानी रंजिश के कारण एक बड़े किसान नेता की हत्या की साजिश रची गई थी, जिसे पुलिस ने नाकाम कर दिया। किसान नेता की हत्या के लिए कॉन्ट्रैक्ट किलर भी हायर कर लिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में सुपारी लेने और देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह बड़ा किसान नेता राकेश टिकैत (Farmer leader Rakesh Tikait) के साथ आंदोलन में भी अहम भूमिका निभा रहा है। पुलिस की सतर्कता से इस किसान नेता की जान बाल-बाल बच गई। अगर सुपारी किलर अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते,तो किसानों के बीच हड़कंप मच सकता था।

पुराना बदला लेने के लिए साजिश रची

दरअसल, ये मामला गाजियाबाद के भोजपुर थाना पुलिस (bhojpur police station) ने संजय प्रधान और वीरसेन नाम के दो आरोपियों को पकड़ा है। दोनों आरोपी मोदीनगर इलाके (Modinagar area) के रहने वाले हैं। पुलिस के मुताबिक इन दो आरोपियों की गिरफ्तारी से ठीक 2 दिन पहले एनकाउंटर में 2 बदमाश पकड़े गए थे, जिनके नाम किशोर और सोनू थे। उन दोनों बदमाशों ने पुलिस पूछताछ में बताया था, कि उन्हें भोजपुर बुलाया गया था। जहां पर उन्हें 10 लाख रुपये मिलने वाले थे। 10 लाख रुपये देने वाले कोई और नहीं, बल्कि पकड़े गए वीरसेन और संजय प्रधान थे। यह 10 लाख रुपये किसान नेता की हत्या की सुपारी के रूप में दिए जाने थे, लेकिन उससे पहले ही सोनू और किशोर पुलिस एनकाउंटर में पकड़े गए।

10 लाख रुपये की दी गई थी सुपारी

रविवार को वीरसेन और संजय प्रधान को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों ने बताया कि उनकी मोदीनगर के किसान नेता के साथ उनकी पुरानी रंजिश चली आ रही है। जिसके चलते उन्होंने सोनू और किशोर को हत्या की सुपारी देने के लिए हायर किया था। सोनू और किशोर दोनों पेरोल पर जेल से बाहर आए थे। इसलिए उन्हें 10 लाख रुपये देकर हत्या करने के लिए तैयार किया जा रहा था, जिससे हत्या के बाद वह वापस जेल में चले जाते और किसी को शक भी नहीं हो पाता। मगर पूरी साजिश बेनकाब हो गई और किसान नेता की जान बाल-बाल बच गई।

राकेश टिकैत के साथ आंदोलन में शामिल है नेता

सूत्रों से पता चला है, कि किसान नेता का नाम जय मलिक (Farmer Leader Jai Malik) है, जो गाजियाबाद में भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता (Bharatiya Kisan Union spokesperson) है। गाजीपुर बॉर्डर (Ghazipur Border) पर भी राकेश टिकैत के साथ आंदोलन में जय मलिक शामिल रहे हैं। उन पर पूर्व में हत्या का आरोप लगा था। उसी हत्या का बदला लेने के लिए आरोपियों ने हत्या की साजिश रची थी, लेकिन पुलिस ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया।अगर यह हत्या कांड हो जाता है तो किसानों के बीच हड़कंप मच सकता था। स्थानीय किसानों ने पुलिस के इस सतर्कता पूर्ण कार्य के लिए पुलिस का धन्यवाद अदा किया है।

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