Noida News: प्राधिकरण और NMRC के कार्यालय में आगजनी को लेकर CEO ने शुरू की कार्रवाई, 4 अधिकारियों और कर्मचारी को प्रतिकूल प्रविष्टि
सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के लेखा विभाग व औद्योगिक विभाग में 25 मई, 2020 की सुबह करीब पौने नौ बजे आग लग गई थी।
Noida News: नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय और नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन(एनएमआरसी) के दफ्तर में आगजनी मामले में लापरवाह व जिम्मेदार अधिकारियों पर नोएडा प्राधिकरण की सीईओ ने कार्रवाई करनी शुरू कर दी है। प्राधिकरण के मामले में चार अधिकारियों-कर्मचारियों को प्रतिकूल प्रविष्ट व दो को चेतावनी दी गई है जबकि मेट्रो कॉरपोरेशन के मामले में एजेंसी ग्रेनो प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है।
सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय के लेखा विभाग व औद्योगिक विभाग में 25 मई, 2020 की सुबह करीब पौने नौ बजे आग लग गई थी। आग लगने से सैकड़ों फाइलें जल गईं थीं। वहां रखा ढांचा पूरी तरह जलकर खराब हो गया था। यह घटना शनिवार को हुई थी। आगजनी के बाद इस मामले में सीईओ रितु माहेश्वरी ने अधिकारियों की छह सदस्यीय समिति गठित कर दी थी। जांच समिति की रिपोर्ट के बाद चिन्हित किए गए अधिकारियों पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी गई है।
बुधवार को इस मामले में औद्योगिक, ग्रुप हाउसिंग व लेखा विभाग के 2 वरिष्ठ सहायक व 2 लेखाकार को प्रतिकूल प्रविष्टि जारी की गई है। जबकि 2 अधिकारियों को चेतावनी जारी की गई है। कार्रवाई के अलावा आगे से आगजनी की घटना न हो, इसके लिए व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि लेखा विभाग में अगले दिन छुट्टी होने के बावजूद संपत्तियों से जुड़े विभागों की फाइलें वहां रखी हुई थीं। इसके अलावा सफाई कर्मचारी लाइट को जले हुए छोड़ गए थे।
आगजनी की दूसरी घटना 18 जून को एनएमआरसी के दफ्तर में हुई
आगजनी की दूसरी घटना 18 जून, 2021 को सेक्टर-29 में तीसरे तल पर बने नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के दफ्तर में दोपहर के समय हुई थी। यह दफ्तर करीब एक साल पहले ही बनकर तैयार हुआ था। आगजनी के कारण एनएमआरसी के निदेशक सहित अन्य अधिकारियों के ऑफिस व वहां रखा फर्नीचर पूरी तरह से जल गया था।
यहां पर भी कुछ फाइलें जलने के मामले सामने आए थे। यहां हुई आगजनी मामले में अग्निशमन उपकरणों के ठीक ढंग से काम नहीं करने पर ग्रेनो प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड एजेंसी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि आगजनी के समय पाइप में पानी नहीं था। जिम्मेदार अधिकारियों को चिन्हित कर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है।