Noida News: किसानों का उग्र प्रदर्शन प्राधिकरण का किया घेराव, तीन बैरी कटिंग तोड़ पहुंचे प्राधिकरण

प्राधिकरण के मुख्य गेट पर लगाना है ताला

Report :  Deepankar Jain
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-09-27 09:44 GMT

नोएडा विकास प्राधिकरण के समक्ष उग्र प्रदर्शन करते किसान (फोटो-न्यूजट्रैक)

Noida News: नोएडा विकास प्राधिकरण (noida vikas pradhikaran) के खिलाफ चल रहा किसानों का प्रदर्शन उग्र रूप धारण करता जा रहा है। सोमवार को हजारों की संख्या में किसान एक बार फिर नोएडा प्राधिकरण (noida pradhikaran) पहुंचे। पुलिस के साथ जमकर नोकझोंक और धक्का-मुक्की हुई है। सेक्टर-6 के मुख्य मार्ग पर लगाये गये 3 अवरोधो को तोड़ते किसान मुख्य गेट पर पहुंच गए। किसानों की भीड़ ने जाम लगा दिया है। महिलाएं और किसान सड़क पर धरना देकर बैठ गए हैं। इससे पहले शुक्रवार किसानों ने उग्र रूप धारण करते हुए बैरिकेडिग तोड़ दिए थे। प्राधिकरण के बाहर दंड बैठक लगाई और आर-पार की लड़ाई का एलान किया था।

किसानों ने आज फिर प्राधिकरण पर उग्र प्रदर्शन किया

दोपहर हजारों की संख्या में किसान, युवा और महिलाएं एकत्र होकर सेक्टर-6 में प्राधिकरण के मुख्यालय की तरफ बढ़े। बवाल के चलते नोएडा पुलिस ने प्राधिकरण तक पहुंचने के सारे रास्तों पर मजबूत क़िलेबंदी बंदी कर रखी है। लिहाजा, किसानों ने मुख्य मार्ग पर जमकर नारेबाजी की। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की हुई। तीखी नोकझोंक हुई। किसानों ने विकास प्राधिकरण और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है।


अवरोधों को तोड़ते हुए आगे बढ़े किसानों का कहना है कि जब तक उनकी सारी मांगे पूरी नहीं होंगी, यह आंदोलन जारी रहेगा। दूसरी ओर सुरक्षा इंतजामों को पुख्ता करते हुए पुलिस कमिश्नरेट ने नोएडा अथॉरिटी को चारों ओर से घेर रखा है। बड़ी संख्या में पुलिस और पीएसी को तैनात किया गया है। प्रदर्शन में महिलाओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए नोएडा पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या भी बढ़ा दी है। किसान मुख्य मार्ग पर यातायात जाम करके धरना देने बैठ गए हैं।

प्राधिकरण और सरकार पर झूठ बोलने का आरोप

नोएडा के किसान प्राधिकरण के अधिकारियों और उत्तर प्रदेश सरकार पर झूठ बोलने का आरोप लगा रहे हैं। किसानों का कहना है कि पिछले 5 वर्षों से राज्य सरकार और प्राधिकरण झूठे आश्वासन दे रहे हैं। किसानों की मांगों पर कोई प्रगति नहीं की गई है। बढ़ा हुआ मुआवजा, आबादी के भूखंड और बैकलीज मामले जस के तस पड़े हुए हैं। दूसरी ओर विकास प्राधिकरण बिल्डरों के साथ मिलीभगत करके सारे काम कर रहा है। किसानों का कहना है कि अब जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, यह आंदोलन नहीं थमेगा।


एक महीने से प्राधिकरण की हो रखी है किलेबंदी

पिछले करीब एक महीने से किसान रह-रहकर प्राधिकरण पर हल्ला बोल रहे हैं। आये दिन किसानों की भीड़ प्राधिकरण की ओर कूच कर देती है। हालात संभालने के लिए प्राधिकरण को चारों ओर से सील किया गया है। तीन-तीन स्तर पर बैरिकेडिग करके किलेबंदी की गई है। लेकिन इस बार बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए किसान प्राधिकरण तक पहुंच गए।

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