Supertech Emerald: सोमवार को Noida पहुंचेगी एसआईटी की टीम, एमराल्ड समेत कई घोटालों की खंगाली जाएंगी फाइलें
सुपरटेक एमराल्ड मामले में गठित जांच समिति सोमवार को नोएडा प्राधिकरण आ सकती है। टीम फाइलों की जांच के साथ ट्विन टावर का स्थलीय निरीक्षण भी करेगी।
नोएडा: सुपरटेक एमराल्ड मामले में गठित जांच समिति सोमवार को नोएडा प्राधिकरण आ सकती है। टीम फाइलों की जांच के साथ ट्विन टावर का स्थलीय निरीक्षण भी करेगी। अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ कर सकती है। कयास यह भी लगाए जा रहे है कि सिर्फ एमराल्ड ही नहीं बल्कि अन्य घोटालों की फाइल भी एसआईटी अपने साथ ले जा सकती है। एमराल्ड मामले की जांच पूरी कर टीम को एक सप्ताह में शासन को देनी है।
नोएडा प्राधिकरण ने अपनी शुरुआती जांच में आधा दर्जन से ज्यादा अधिकारियों व कर्मचारियों को अनिमितता में लीन पाया था। जिसमे इंजीनियरिंग, नियोजन विभाग व आला अधिकारियों के नाम शामिल किए गए। इसकी एक रिपोर्ट प्राधिकरण ने शासन को भेज दी है। हालांकि मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर चार सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया। इसकी अध्यक्ष अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल है। उनके साथ तीन सदस्यों को जांच टीम में शामिल किया गया है।
सीएजी ने शुरू की मानचित्रों की जांच
2004 से 2017 तक बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए नीतियां लखनऊ में बनाई गई। जबकि उसका अमल नोएडा में किया गया। 2007 में बिल्डरों को लाभ पहुंचाने के लिए कुल भूखंड लागत का महज 10 प्रतिशत जमा कर आवंटन किया जाने लगा। इस दौरान बिल्डरों ने कंसोेर्डियम बनाकर प्राधिकरण से ग्रुप हाउसिंग भूखंडों का आवंटन कराया। साथ ही मानचित्र पास कराने में भारी अनियमितता बरती। सीएजी ने अब नक्शों की जांच शुरु कर दी है।
2004 से 2017 तक के इन घोटालों पर रहेगी नजर
-भूमि आवंटन घोटाला- करोड़ों का घोटाला
-अंडर ग्राउंड केबलिंग घोटाला-954 करोेड़
-नोएडा क्रिकट स्टेडियम पवेलियन- 60 करोड़ का टेंडर लगभग 300 करोड़ खर्च
-फार्म हाउस घोटाला- 5000 करोड़
-किसान अतिहरक्त घोटालात्र 100 करोड़
-लीज बैक घोटाला- 250 करोड़
-लीज रेंट घोटाला- करोड़ो का खेल
-स्पोर्टस सिटी- कंसोर्डियम की आड़ में खेला गया घोटला
-मल्टीलेवल कार पार्किंग व एलिवेटड में अधिक भुगतान का घोटाला
-पार्किंग व विज्ञापन में भारी अनिमिततता