Noida Twin Tower मामला: ध्वस्तीकरण के लिए एडिफिस कंपनी और अफ्रीकन इंजीनियरिंग टीम ने साइट को कब्जे में लिया, मोबिलाइजेशन शुरू

दक्षिण अफ्रीका के इन इंजीनियर्स ने जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊची इमारत को ध्वस्त की थी। इस इमारत की दूसरी इमारत की बीच की दूरी 8 मीटर थी।

Report :  Sarita Jain
Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2022-02-15 11:43 GMT

सुपरटेक एमराल्ड टॉवर की तस्वीर  

Noida News: सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावर (सियान और एपेक्स) को गिराने के लिए एडिफिस कंपनी और दक्षिण अफ्रीका की इंजीनियरिंग टीम ने साइट को अपने कब्जे में ले लिया है। ये वहीं इंजीनिसर्य की टीम है जिन्होंने जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊंची इमारत को ध्वस्त किया था। इसे एडिफिस की सहायक कंपनी भी माना जाता है। इंपजीनियर्स की टीम अब इमारत ध्वस्तीकरण के लिए बेसिक जांच पड़ताल और आकड़े जुटाने भी शुरु कर दिया है।

इंजीनियरों की क्या है खासियत

दक्षिण अफ्रीका के इन इंजीनियर्स ने जोहान्सबर्ग में 108 मीटर ऊची इमारत को ध्वस्त की थी। इस इमारत की दूसरी इमारत की बीच की दूरी 8 मीटर थी। जोकि काफी पेचीदा काम था। यहा भी यही स्थिति है। सियान और एपेक्स दोनों टावरों की ऊंचाई 100 मीटर है और अन्य टावर से दूरी 9 मीटर की है। अधिकारियों ने बताया कि दोनों का स्ट्रक्चरल डिजाइन एक जैया ही है। इसके अलावा ये कंपनी कोच्चि में भी इमारत को ध्वस्त कर चुकी है।

टावरों को ध्वस्त करने मोबिलाइजेशन शुरू

दोनों टावरों को ध्वस्त करने से पहले कंपनी को 20 फरवरी से मोबिलाइजेशन करना था। लेकिन अधिकांश विभागों से एनओसी मिलने के बाद मोबिलाजेशन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। यहा पहले उन उपकरणों को पहुंचाया जा रहा है जिससे इमारत में लगे पथ्थर और अन्य सामान को निकाला जा सके। इसके बाद यहां कंपनी एक साइट आफिस बनाएगी साथ ही एक कंट्रोल रूम भी बनाया जाएगा। जिससे एक्स्प्लोसिव के दौरान पूरी प्रक्रिया को कंट्रोल किया जा सके।

इन विभागों से मिली एनओसी

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम

अग्निशन विभाग

जिला प्रशासन

उप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड

पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन

यातायात पुलिस

इमारल्ड कोर्ट आनर्स रेजीडेंट वैलफेयर एसोसिएशन

एटीएस विलेज आपर्टमेंट आनर्स एसोसिएश

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