Noida : सोमवार को Supertech के दोनों टावरों के ध्वस्तीकरण की कार्ययोजना प्रस्तुत करेगी CBRI
Noida : Supertech के दोनों टावरों को ध्वस्त करने के लिए सोमवार को सीबीआरआई की टीम प्राधिकरण के सामने वर्चुल या फिजिकल कार्ययोजना प्रस्तुत करेगी।
Noida : सुपरटेक के दोनों टावरों को ध्वस्त करने के लिए सोमवार को सीबीआरआई की टीम प्राधिकरण के सामने वर्चुल या फिजिकल कार्ययोजना प्रस्तुत करेगी। इसी आधार पर टावरों को ध्वस्त करने के लिए एजेंसी या फिर शार्टटर्म टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे। जिसमे किसी एक कंपनी का चयन कर ध्वस्तीकरण किया जाएगा। इससे पहले मंगलवार को सीबीआरआई ने प्राधिकरण से वर्चुअल कार्य योजना की प्रस्तावित रूपरेखा रखी।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार दोनों टावरों को 3० नवंबर तक ध्वस्त किया जाना है। सुपरटेक की प्रार्थना को भी कोर्ट खारिज कर चुका है। ऐसे में टावरों को ध्वस्त करना ही एक विकल्प है। सलाहकार कंपनी के रूप में प्राधिकरण सीबीआरआई की मदद ले रहा है।
ध्वस्तीकरण की पूरी कार्य योजना
कार्ययोजना तैयार करने के लिए सीबीआरआई को अब तक ड्रोन सर्वे रिपोर्ट, सुपरटेक की ओर से लिया गया स्ट्रक्चरल डिजाइन दिया जा चुका है। सीबीआरआई की और से दोनों टावरों का स्थलीय निरीक्षण भी किया जा चुका है। कार्ययोजना के लिए प्राधिकरण सीबीआरआई को दो बार रिमाइंडर भी जारी कर चुकी है। पहली बार में 1० दिन का समय दिया गया था।
चूंकि कोर्ट के निर्देशानुसार डेडलाइन नजदीक आती जा रही है। ऐसे में ध्वस्तीकरण की कार्ययोजना में तेजी लानी होगी। लिहाजा वर्चुअल बैठक में स्पष्ट निर्देश दिए गए है कि सोमवार को ध्वस्तीकरण की पूरी कार्य योजना प्रस्तुत की जाए।
कई एंगल से परखी गई इमारत
सीबीआरआई की टीम ने कई एगंलो से दोनों टावरों का निरीक्षण किया है। इमारत 121 मीटर ऊंची है। ऐसे में इसको सीधा ध्वस्त करना काफी मुश्किल है। आस पास के टावरों का ध्यान भी रखना है। ध्वस्तीकरण के दौरान उसके वाइब्रेशन से किसी दूसरे टावर को नुकसान नहीं पहुंचे इसका ध्यान भी दिया जाना है। ध्वस्तीकरण के दौरान एनजीटी के नियमों का वायलेशन भी नहीं होना चाहिए।