Supertech Emerald Tower: 8 घंटे का ड्रोन सर्वे कार्य पूरा, एसआईटी को भेजी जाएगी रिपोर्ट, फिर होगा एक्शन
सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावरों सियान और एपेक्स पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।
Noida News: सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावरों (सियान और एपेक्स) के ड्रोन सर्वे का कार्य सोमवार सुबह पूरा कर लिया गया। करीब आठ घंटे तक पूरे भूखंड और दोनों टावरों का सर्वे किया गया। इस आधार पर एक रिपोर्ट देरशाम तक प्राधिकरण में तैयार की जाएगी। इस रिपोर्ट को एसआईटी के पास भेजा जाएगा। खराब मौसम की वजह से सर्वे का कार्य चार दिनों में पूरा हो पाया। दरअसल, दोनों टावरों की वास्तविक स्थिति का आकलन जरूरी है। इसके लिए ड्रोन सर्वे कराने के लिए कहा गया। हालांकि यह सर्वे पहले ही हो जाना था। लेकिन लगातार हो रही बारिश की वजह से सर्वे कार्य में बाधा आ रही थी। शुक्रवार को ड्रोन सर्वे की शुरुआत की गई। चार घंटे का सर्वे किया गया। शनिवार को दिन भर बारिश का सिलसिला जारी रहा। रविवार व सोमवार को मिलाकर चार घंटे का सर्वे और किया गया।
ड्रोन सर्वे में यह गया देखा
-दोनों टावरों की वास्तविक स्थिति।
-दोनों टावरों के बीच की दूरी और अन्य टावरों से इनके बीच की दूरी।
-मानचित्र व ले-आउट प्लान के अनुसार निर्माण कार्य।
-दोनों टावरों का कवर्ड एरिया, सेट बैक का एरिया व दोनों टावरों की वास्तविक ऊचाई।
-ग्रीन बेल्ट व मुख्य मार्ग से दूरी।
एमराल्ड के साथ एटीएस की भी देखी जा रही स्थिति
इसमें सुपरटेक एमराल्ड के साथ-साथ उससे लगे एटीएस की परियोजना की भी स्थिति देखी जा रही है। एसआईटी से ज्यादा ड्रोन की रिपोर्ट सीबीआरआई के लिए फायदेमंद होगी। टावर गिराने की प्रक्रिया करते समय उसको टावरों व आसपास की स्थिति की सटीक जानकारी पहले ही मिल जाएगी। ड्रोन के जरिये पूरे इस भूखंड की स्थिति, दोनों टावरों के बीच की ऊपर से स्पष्ट तस्वीर, अन्य टावरों से इसकी दूरी समेत कई बिंदुओं पर जांच की गई। ड्रोन के जरिए सटीक सर्वे होता है।
ध्वस्तीकरण की कार्य योजना के लिए प्राधिकरण पहुंची सीबीआरआई की टीम
सुपरटेक एमराल्ड के दोनों टावर का ध्वस्तीकरण तीन महीने में प्राधिकरण को करना है। इसके लिए सोमवार को केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, रूड़की (सीबीआरआई) की टीम नोएडा प्राधिकरण पहुंची। प्राधिकरण अधिकारियों के साथ टीम ने सेक्टर-93ए ग्रुप हाउसिंग प्लॉट नंबर-4 का निरीक्षण किया। बता दे प्राधिकरण ने सीबीआरआई को पत्र लिखकर ध्वस्तीकरण की कार्य योजना एक सप्ताह में प्रस्तुत करने के लिए कहां था।
सुपरटेक के दोनों टावर सियान और एपेक्स की ऊंचाई करीब 121 मीटर है। 40-40 फ्लोर के दोनों टावरों में 37 फ्लोर का काम पूरा हो चुका है। दोनों टावरों को गिराना प्राधिकरण के लिए एक चुनौती है। सीबीआरआई के निदेशक एन गोपालकृष्णन के साथ प्राधिकरण वर्क सर्किल 8 के अधिकारियों ने दोनों टावरों का स्थलीय निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अन्य टावरों से दोनों टावरों के बीच की दूरी, दोनों टावरों को ध्वस्त करने में क्या-क्या तकनीकी पक्ष हो सकते हैं इसकी नोटिग की। इसी आधार पर ध्वस्तीकरण की कार्ययोजना को तैयार किया जाएगा।