13 साल बाद रिहा हुई दस्यु सुंदरी, अब पूरी करेंगी अपनी ये ख्वाहिश

Update: 2017-01-18 13:20 GMT

13 साल बाद जले से रिहा हुई नीलम गुप्ता

इटावा: चम्बल घाटी में लंबे समय तक बादशाहत कायम रखने बाले दस्यु सम्राट निर्भय गुर्जर की पत्नी नीलम गुप्ता को तेरह साल बाद लखनऊ नारी निकेतन से रिहा कर दिया गया। उनपर अपहरण, हत्या जैसे कई संगीन केस दर्ज थे। नीलम औरैया के बिधूना थाना क्षेत्र के शीसग्रान सरैया की रहने वाली है। रिहाई के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम अखलेश यादव के कामों की सराहना करते हुए। राजनाति और फिल्म जगत में आने की ख्वाहिश जताई है। लेकिन इसके साथ उन्हें अपनी जान का खतरा होने का डर भी सता रहा है।

नीलम पर किडनैपिंग और हत्या के 6 केस दर्ज थे

साल 2003 में बिधूना से नीलम को निर्भय गुर्जर ने किडनैप कर लिया था। गुर्जर ने 26 जनवरी 2004 में उससे जबरदस्ती शादी कर ली थी। दिल्ली से अपहरण कर लाए गए श्याम जाटव के साथ गैंग से बगावत कर 31 जुलाई 2004 में इटावा एन्टी डकैती कोर्ट में नीलम और श्याम ने खुद को समर्पण कर दिया था। दोनों को इटावा जेल भेज दिया गया था। नीलम पर किडनैपिंग और हत्या के 6 केस दर्ज थे।

दोबारा नहीं देखना चाहती चम्बल की गलियां

दस्यु सुंदरी का कहना है, कि अब वह एक नई जिंदगी की शुरुआत करना चाहती है। वह 14 साल की उम्र में गैंग में शामिल हुई थी। उनका कहना है कि गैंग में मुझसे सब कुछ जबरन करवाया जा रहा था। मै हथियार नहीं उठाना चाहती थी। अब वह फिल्मों में काम करना चाहती है। जिसके लिए उनके पास कई डायरेक्टर के फोन आते है। अपनी जान को खतरा बाताते हुए उन्होंने कोर्ट से अपील की है कि उन्हें सुरक्षा मुहिया कराई जाए।

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