UP: नोएडा इंटरनेशनल फिल्म सिटी बनने का रास्ता साफ, टी-सीरीज, बेव्यू सहित इन कंपनियों ने लगाई बोली
International Film City Project: प्राधिकरण के सेक्टर- 21 में स्थापित हो रही फिल्म सिटी परियोजना का कुल एरिया 1000 एकड़ है। इसके पहले चरण में 230 एकड़ में फ़िल्म सिटी स्थापित होगी।
International Film City Project: जेवर एयरपोर्ट के नजदीक फिल्म सिटी बनने का रास्ता साफ हो गया है। इस बड़े और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए देश-विदेश की चार कंपनियों ने बोली लगाई है। यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) की अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी परियोजना में शुक्रवार (05 जनवरी) को बिड जमा करने की अंतिम तिथि थी। दोपहर 3 बजे टेक्निकल बिड प्राधिकरण कार्यालय में खोली गई।
इस अंतरराष्ट्रीय फिल्म सिटी परियोजना (International Film City Project) के लिए 4 बिड प्राप्त हुई है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर- 21 में प्रथम चरण में 230 एकड़ में स्थापित की जा रही इस अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी परियोजना के लिए जो 04 बिड प्राप्त हुए हैं, वो निम्नलिखित हैं -
1. सुपरसोनिक टेक्नो बिड प्राइवेट लिमिटेड (मैड्डॉक फिल्म्स, केप ऑफ गॉड फिल्म्स एलएलपी एंड अदर)
2. बेव्यू प्रोडक्ट्स एलएलपी (बोनी कपूर एंड अदर)
3 सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड (टी सीरीज)
4. फोर लायंस फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड (केसी बोकाडिया एंड अदर) कंपनियों की बिड खोली गई।
CM योगी का है ड्रीम प्रोजेक्ट
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट फिल्म सिटी की टेक्निकल बिड आज खोली गई। इसमें देश-विदेश की चार कंपनियों ने बिड लगाई है। जल्द ही इसकी फाइनेंशियल बिड भी खोली जाएगी। तब पता चल पाएगा कि, किस कंपनी को 230 एकड़ में फिल्म सिटी के प्रथम चरण के निर्माण का कार्य सौंपा जाएगा।
बिड जमा करने की अंतिम तिथि थी आज
गौरतलब है कि, यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म सिटी परियोजना की स्थापना के लिए पिछले वर्ष 30 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय बिड जारी की गई थी। बिड जमा करने की अंतिम तिथि 5 जनवरी, 2024 दोपहर 2 बजकर 30 मिनट तक थी।
1000 एकड़ में बनेगा फिल्म सिटी
प्राधिकरण के सेक्टर- 21 में स्थापित हो रही फिल्म सिटी परियोजना का कुल एरिया 1000 एकड़ है। इसके पहले चरण में 230 एकड़ में फ़िल्म सिटी स्थापित होगी। यमुना अथॉरिटी को प्राप्त चारों बिड्स का अब प्राधिकरण स्तर पर तकनीकी परीक्षण किया जाएगा। उसके बाद नियमानुसार वित्तीय बिड खोलने की कार्यवाही की जाएगी।