Noida: सुपरटेक बिल्डर का नया कारनामा, फ्लैट मालिकों के नाम पर ले लिया लोन
Noida News: फ्लैट खरीदारों का आरोप है सुपरटेक बिल्डर ने एक फाइनेंस कंपनी के साथ मिलकर करीब 150 करोड़ तक की फंडिंग अवैध ढंग से जुटाई है।
Noida News: रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक का नया कारनामा सामने आया है। नोएडा के सेक्टर 94 स्थित सुपरनोवा योजना के फ्लैट खरीदारों ने सुपरटेक बिल्डर पर करीब सवा सौ करोड़ का घपला करने का आरोप लगाया है।लगभग 75 फ्लैट मालिकों के साथ धोखाधड़ी हुई है।
फ्लैट खरीदारों का आरोप है सुपरटेक बिल्डर ने एक फाइनेंस कंपनी के साथ मिलकर करीब 150 करोड़ तक की फंडिंग अवैध ढंग से जुटाई है।
एडीएम की चिट्ठी
एक फ्लैट मालिक के अनुसार, 26 अक्टूबर को अपर जिलाधिकारी वित्त व राजस्व अतुल कुमार का आदेश उनका फ्लैट खाली कराने के लिए पत्र आया और 11 नवंबर को घर खाली कराने के लिए पुलिस सोसाइटी में पहुंची। फ्लैट मालिक के अनुसार, उनके फ्लैट नंबर पर ही असम के रहने वाले रोशन थापा के नाम पर एक फाइनेंस कंपनी की तरफ से एक करोड़ 77 लाख 91 हजार का लोन दर्शाया गया है।
बड़ा फ्रॉड
सोसाइटी के लोगों का कहना है कि बिल्डर की तरफ से फ्लैट नंबर एक ही रखा गया है, जबकि टावर का नंबर ए की जगह बी कर दिया गया है। एक फ्लैट मालिक ने बताया कि इसी साल फरवरी 2023 में एक फाइनेंस कंपनी ने आकर फ्लैट पर ढाई करोड़ बकाये का नोटिस चिपका दिया।
रिकवरी नोटिस
बताया जाता है कि प्रशासन में सोसाइटी के तीन टावरों टावर ईस्ट, वेस्ट व स्पायरा से करीब 30 फ्लैटों के लोन की रिकवरी की नोटिस प्रशासन के पास पहुंची हुई है। सोसाइटी के लोगों का कहना है कि वे मुकदमा दर्ज कराने के लिए पुलिस के पास भी गए, लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। कोर्ट से स्टे नहीं मिलने की स्थिति में उनके ऊपर फ्लैट छोड़ने का संकट है।
बढ़ सकती है पीड़ितों की संख्या
फ्लैट खरीदारों की तरफ से बिल्डर से शिकायत करने के बाद बिल्डर ने लिखकर दिया कि फ्लैट खरीदार के अलावा फ्लैट पर कोई लोन होने पर कंपनी उससे निपटेगी।
सोसाइटी के एओए अध्यक्ष पंकज कौशिक ने बताया कि 2023 में फरवरी से नोटिस आ रहा है कि घर की नीलामी होगी। 26 अक्टूबर को आई नोटिस में फ्लैट खरीदारों को 45 दिन का समय मिला है, इसमें से 30 से अधिक दिन बीत गया है। ऐसे में अगर 15 दिनों में फ्लैट खरीदारों की उचित सुनवाई नहीं होगी तो फ्लैट नीलाम हो सकता है। इस सोसाइटी में करीब 582 फ्लैट में लोग रहते हैं व योजना अभी निर्माणाधीन है।