आउटसोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने वाली नूतन ठाकुर को गंगाजल की धमकी
बॉलीवुड की मशहूर फिल्म गंगाजल में भीड़ के न्याय में गंगाजल यानी तेजाब का प्रयोग किया जाता है। आंख में तेजाब डालने को फिल्म में गंगाजल डालना बताया गया है अब यही धमकी आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर को मिल रही है।
अखिलेश तिवारी
लखनऊ: आरटीआई एक्टिविस्ट और अधिवक्ता नूतन ठाकुर को आउटसोर्सिंग कंपनियों के खिलाफ शिकायत करने के मामले में गंगाजल की धमकी मिली है। उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि धमकी देने वालों ने उन्हें कहा है कि वह अपनी शिकायत वापस ले ले नहीं तो वह नजर वाले चश्मे के बजाय काले चश्मे का प्रयोग करेंगी क्योंकि उन्हें भी गंगा जल का प्रयोग करना आता है।
आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर गंगाजल की धमकी
बॉलीवुड की मशहूर फिल्म गंगाजल में भीड़ के न्याय में गंगाजल यानी तेजाब का प्रयोग किया जाता है। आंख में तेजाब डालने को फिल्म में गंगाजल डालना बताया गया है अब यही धमकी आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर को मिल रही है। उन्होंने एक बयान जारी कर बताया है कि उत्तर प्रदेश सरकार की आउटसोर्सिंग कंपनियों की धांधली और बेईमानी की शिकायत उन्होंने पुलिस में कर रखी है एफआईआर भी दर्ज हुई है इस मामले में उन्हें लगातार धमकी मिल रही है और एफआईआर वापस लेने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने बताया एक दिन पहले उन्हें नया पत्र मिला है जिसमें गंगाजल की धमकी दी गई है।
पुलिस कमिश्नर को नए सिरे से भेजी शिकायत
एक्टिविस्ट डॉ नूतन ठाकुर ने उन्हें साधारण डाक से प्राप्त एक गुमनाम पत्र के संबंध में कार्यवाही की मांग की है। पुलिस कमिश्नर डी के ठाकुर को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि उन्होंने कुछ दिन पहले ने मेसर्स हर्ष इंटरप्राइजेज के मुन्ना तिवारी तथा अवनी परिधि एनर्जी एंड कम्युनिकेशन प्रा०लि के अज्ञात गुप्ता द्वारा प्रदेश के कई सरकारी विभागों में मैनपावर सप्लाई में की गयी अनियमितता के संबंध में अभिलेखों एवं साक्ष्य सहित शिकायत की थी।
ये भी देखें: दीप सिद्धू पहुंचा लाल किला: साथ में पूरी पुलिस फोर्स मौजूद, सामने आएंगे कई राज
एक गुमनाम पत्र मिला
इसके बाद उन्हें साधारण डाक के माध्यम से एक गुमनाम अहस्ताक्षरित पत्र प्राप्त हुआ। इस पत्र में लिखा है कि नूतन द्वारा दी गयी उपरोक्त शिकायतों के क्रम में मुन्ना तिवारी, मेसर्स हर्ष इंटरप्राइजेज, उनके साथ कोई भी अनहोनी घटना करा सकते हैं और वे उन्हें रास्ते से हटवाना चाहते हैं।
इसके बाद कल फिर उन्हें एक गुमनाम पत्र मिला जिसमे लिखा है कि नूतन पत्र लिखने वाले के मालिक के खिलाफ शिकायत तथा विभूतिखंड कोतवाली में दर्ज एफआईआर वापस ले ले वरना नूतन की आँखों पर नज़र वाला चश्मा नहीं, काला चश्मा लगेगा। पत्र के कहा गया है- हमें भी गंगा जल का प्रयोग करना आता है।”
देखें वीडियो-
ये भी देखें: सबसे सस्ता प्रीपेड प्लान: 200 रु. से भी कम हैं इसके दाम, मिल रहा 56GB का डेटा पैक
नूतन के अनुसार यह मामला पूरी तरह मैनपावर सप्लाई में अनियमितता से जुडी मेरी शिकायतों से संबंधित है, जिसमे उन्हें मुन्ना तिवारी तथा अज्ञात गुप्ता पर बराबर की शंका है क्योंकि इन्ही शिकायतों के बाद उन्हें इस प्रकार की धमकी मिल रही है। ऐसे में पुलिस प्रशासन को तत्काल और कठोर कार्रवाई करनी चाहिए।
दोस्तों देश दुनिया की और को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।