लखनऊ: बार-बार आती है मुझको मधुर याद बचपन तेरी।
गया ले गया तू जीवन की सबसे मस्त खुशी मेरी...
कुछ ऐसी ही ही लाइनें याद आ रही थी शीरोज हैंगआउट में रविवार शाम को मौजूद लोगों को। मौका था टीम हवाबाज़ी की तरफ से आयोजित किए गए लखनऊ OPEN MIC के चौथे सीजन का, जिसकी थीम रखी गई थी 'STORY TELLING'। पिछले तीन सीजन की तरह ही इस बार भी OPEN MIC में लोगों ने बढ़-चढ़कर हिसा लिया और अपनी डायरियों में खुद की लिखी छिपी कहानियों को सबके सामने प्रस्तुत किया।
हाथ में माइक आते ही लोगों ने जैसे ही अरसों से बंद अपनी डायरी के पन्ने पढ़ने शुरू किए, हर कोई सुनने के लिए उत्साहित हो उठा। किसी ने अपनी अधूरी मोहब्बत की दास्तान को पढ़कर लोगों की आंखें छलकाईं, तो किसी ने अपने बचपन की शरारतों को याद कर सबको उन मासूम दिनों की याद दिला दी। अनामिका और श्रेया की कहानी जहां प्रेरणास्रोत लगी, वहीं हर्ष की कहानी में मां के लिए निःस्वार्थ प्रेम झलका जरीन की कहानी ने लोगों को किसी फिल्म की तरह खुद से बांधे रखा।
इस सीजन में शुभम त्रिपाठी, अमृता विश्वकर्मा, नाज फातिमा खां, हर्ष, प्रसन्ना, रितेश सहित अन्य कई लोगों ने अपनी कहानियां सुनाईं।
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