टूट गई बनारस घराने की एक और कड़ी, नहीं रहें पंडित राजन मिश्रा
बनारस घराने की एक और कड़ी टूट गई. कोरोना के राक्षस ने शास्त्रीय संगीत की दुनिया के चमकते सितारे पंडित राजन मिश्रा को हमेशा के लिए छीन लिया।
वाराणसी. बनारस घराने की एक और कड़ी टूट गई. कोरोना के राक्षस ने शास्त्रीय संगीत की दुनिया के चमकते सितारे पंडित राजन मिश्रा को हमेशा के लिए छीन लिया। दुनिया से उनकी रुखसती के साथ ही राजन-साजन की जोड़ी भी बिछड़ गई। रविवार को दिल्ली के एक निजी अस्पताल में राजन मिश्रा ने अंतिम साँसें ली। कोरोना और हृदय संबंधित रोग से पीड़ित होने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
शोक में डूबा बनारस घराना
पंडित राजन मिश्र के निधन की सूचना मिलते ही बनारस घराना शोक में डूब गया। कबीरचौरा स्थित उनके पैतृक आवास पर सन्नाटा पसर गया। काशी के संगीत परंपरा से जुड़े लोगों ने इसे बड़ी क्षति बताया है। दरअसल समकालीन कलाकारों में राजन-साजन की जोड़ी अलग मुकाम रखती थी। काशी के कलाकारों के मुताबिक राजन मिश्रा के निधन से संगीत जगत में जो शून्य पैदा हुआ है, उसकी भरपाई कर पाना बेहद मुश्किल है। राजन-साजन की जोड़ी ने सिर्फ देश ही नहीं बल्कि सात समंदर पार भी शास्त्रीय संगीत का झंडा गाड़ा। उन्होंने 1978 में श्रीलंका में अपना पहला संगीत कार्यक्रम दिया और इसके बाद जर्मनी, फ्रांस, स्विट्जरलैंड, ऑस्ट्रिया, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, नीदरलैंड, यूएसएसआर, सिंगापुर, कतर, बांग्लादेश समेत दुनिया भर के कई देशों में प्रदर्शन किया।
राजन और साजन मिश्रा की जोड़ी थी प्रसिद्ध
राजन मिश्रा भारत के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक थे। इन्हें सन 2007 में भारत सरकार द्वारा कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। इनका संबंध बनारस घराने से था. राजन और साजन मिश्रा दोनों भाई थे और साथ में ही कला का प्रदर्शन करते थे। दोनों भाइयों ने पूरे विश्व में खूब प्रसिद्धी हासिल की. कुछ दिनों पहले ही दोनों भाइयों ने कहा था कि आपदा के लिए प्रकृति नहीं हम जिम्मेदार हैं। हर इंसान को अपनी मानसिकता बदलनी ही होगी और प्रकृति का साथ देना होगा।
अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
पंडित राजन मिश्रा के निधन पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी दुःख जताते हुए ट्वीट किया है।