लखीमपुर खीरी में अंतिम अरदास में भाग लेने जा रहे जयंत चौधरी गिरफ्तार, भड़के RLD कार्यकर्ता

Meerut News Today: लखीमपुर खीरी में अंतिम अरदास में भाग लेने जा रहे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी की गिरफ्तारी को लेकर रालोद कार्यकर्ताओं ने रोष प्रकट किया है।

Report :  Sushil Kumar
Published By :  Chitra Singh
Update:2021-10-12 13:57 IST

जयंत चौधरी हापुड़ (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

Meerut News Today: लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri Violence LIVE Updates) में आयोजित अंतिम अरदास (lakhimpur kheri antim ardas) में भाग लेने जा रहे रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी को उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली में गिरफ्तार (Jayant Chaudhary Giraftaar) किया गया है। इसकी जानकारी  रालोद (RLD) के मीडिया कॉर्डिनेटर सुरेन्द्र शर्मा (Surendra Sharma) ने आज यहां देते हुए पुलिस की इस कार्रवाई कड़ी भर्त्सना की।

रालोद के मीडिया कॉर्डिनेटर सुरेन्द्र शर्मा ने कहा है कि यह सरकार का अमानवीय व अलोकतांत्रिक तरीका है। संविधान के अधिकार के तहत कोई भी व्यक्ति किसी के भी दुख दर्द में शरीक हो सकता है। लेकिन भाजपा सरकार ने न केवल लोकतांत्रिक मूल्यों की धज्जियां उड़ाई हैं । बल्कि सामाजिक ताने-बाने को भी तार-तार किया है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में सामाजिक समरसता को भी छिन्न भिन्न किया है। मानव सामाजिक प्राणी है उसे समाज में खुशी एवं दुख में शामिल होने का अधिकार है तभी हमारा भाईचारा कायम रहता है।

रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी (फाइल फोटो- सोशल मीडिया)

उन्होंने कहा कि रालोद सुप्रीमो जयंत चौधरी लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri antim ardas Updates) में शहीद हुए किसानों, मीडियाकर्मी तथा अन्य लोगों को अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करने जा रहे थे । लेकिन प्रदेश सरकार ने यह अलोकतांत्रिक रवैया अपनाते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया और मानव मूल्यों का नष्ट करने का षडयंत्र रचा है। रालोद नेता ने कहा रालोद की आशीर्वाद पथ यात्रा की अंगड़ाई को देखकर ही सरकार के पैर उखड़ने शुरू हो गए हैं। भाजपा सरकार महसूस करने लगी है कि अब उसका सत्ता में बना रहना संभव नहीं है। इसलिए उन्होंने अलोकतांत्रिक तरीके अपनाने शुरू कर दिए हैं। सरकार का जाना निश्चित है।

मेरठ जोन के रालोद अध्यक्ष यशवीर सिंह ने भी रालोद सुप्रीमो की गिरफ्तारी पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए सरकार की निंदा की है। उन्होंने कहा कि सरकार का यह रवैया न्यायोचत नहीं है, इससे तो स्थिति संभलने के स्थान पर बिगड़ेगी। बता दें कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया में तीन अक्टूबर को हुई हिंसा में मारे गए चार किसानों के लिए आज 'अंतिम अरदास' (Lakhimpur Kheri antim ardas Updates) की जा रही है।

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