Meerut Mai PM Modi Live : मेरठ दौरे पर पीएम मोदी, मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी का करेंगे शिलान्यास
Meerut daure per Pm Modi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) मेरठ में मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (Major Dhyan Chand Sports University) का शिलान्यास करेंगे।
Meerut daure per Pm Modi : रविवार को सड़क मार्ग से मोरठ पहुंचे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (meerut pahunche pm modi) रविवार को मेरठ पहुँचने के बाद के सबसे पहले औघड़नाथ मंदिर (Augharnath mandir) पहुंचे। यहां पर उन्होंने विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की। इसके बाद राज्यापाल आनंदीबेन पटेल (Governer Anandi Ben patel) तथा सीएम योगी आदित्यनाथ (Cm Yogi Adityanath) के साथ मंदिर की परिक्रमा भी की। इसके बाद तकरीबन 15 मिनट के अंतराल पर ही पीएम का काफिला शहीद स्मारक के लिए रवाना हो गया।
पीएम के साथ राज्यपाल और सीएम योगी
शहीद स्मारक (Shaheed Smarak mai pm modi) पहुंच कर सबसे पहले उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। पीएम ने शहीद स्मारक स्थित संग्रहालय (Martyrs Memorial Museum) का अवलोकन भी किया। इस दौरान उनके साथ राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ( Governer Anandi Ben patel) और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Up cm Yogi Adityanath) भी मौजूद हैं। हालांकि शहीद स्मारक में मीडिया की एंट्री बैन की गई है। पीएम मोदी के साथ सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद हैं। शहीद स्मारक को 30 वर्ष बाद संवारा गया है। 2021 में 15 अगस्त को शहीदों के सम्मान में अमर जवान ज्योति को प्रज्ज्वलित किया गया। वहीं, 18 दिसंबर को राजकीय स्वतंत्रता संग्राम संग्रहालय में 1857 की गौरवगाथाएं डिजिटल डिस्पले की गई हैं। इसके अलावा शहीद स्मारक में स्वाभिमान, स्वराज, संघर्ष, संग्राम और संकल्प के नाम से पांच गैलरी बनाकर 1857 का इतिहास दिखाया गया है। इसके अलावा शहीद स्मारक से ही 21 स्थानों को जोड़ने के लिए क्रांति पथ का भी शिलान्यास किया गया है। वहीं, 1400 पेज के इतिहास को टैब के माध्यम से आम जनता को दिखाया जा रहा है।
मंदिर परिसर में प्रधानमंत्री ने की पूजा
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मेरठ के औघडऩाथ मंदिर पहुंच कर भगवान शिव के दर्शन किए। उनके साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहे। इस दौरान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं। प्रधानमंत्री ने मंदिर में परिक्रमा भी की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन पर पूरे मंदिर को एसपीजी ने कब्जे में लिया। मंदिर परिसर में पहुंचकर प्रधानमंत्री ने पूजा की। उसके बाद फ्लीट के साथ शहीद स्मारक के लिए निकल गए। पीएम के पहुचने पर मंदिर के पूरे एरिया को ब्लाक कर दिया था।
पीएम मोदी दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे से चलकर मेरठ पहुंचे हैं। बताया गया कि प्रधानमंत्री का कार्यक्रम अंतिम समय में बदल गया। पहले उन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए पहुंचना था लेकिन एन वक्त पर कार्यक्रम में बदलाव हो गया।
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प्रधानमंत्री ने कहा पहले की सरकारों में यूपी में अपराधी अपना खेल खेलते थे, माफिया अपना खेल खेलते थे। पहले यहां अवैध कब्जे के टूर्नामेंट होते थे, बेटियों पर फब्तियां कसने वाले खुलेआम घूमते थे। युवा नए भारत का कर्णधार भी है, विस्तार भी है। युवा नए भारत का नियंता भी है, नेतृत्वकर्ता भी है। हमारे आज के युवाओं के पास प्राचीनता की विरासत भी है, आधुनिकता का बोध भी है। और इसलिए, जिधर युवा चलेगा उधर भारत चलेगा। और जिधर भारत चलेगा उधर ही अब दुनिया चलने वाली है। खिलाड़ियों को चाहिए- संसाधन, खिलाड़ियों को चाहिए- ट्रेनिंग की आधुनिक सुविधाएं खिलाड़ियों को चाहिए- अंतरराष्ट्रीय एक्सपोजर खिलाड़ियों को चाहिए- चयन में पारदर्शिता हमारी सरकार ने बीते वर्षों में भारत के खिलाड़ियों को ये चार शस्त्र जरूर मिलें, इसे सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। देश में खेलों के लिए जरूरी है कि हमारे युवाओं में खेलों को लेकर विश्वास पैदा हो, खेल को अपना प्रॉफ़ेशन बनाने का हौसला बढ़े। यही मेरा संकल्प भी है, और सपना भी। मैं चाहता हूँ कि जिस तरह दूसरे प्रॉफ़ेशन्स हैं, वैसे ही हमारे युवा स्पोर्ट्स को भी देखें। देश में खेलों के लिए जरूरी है कि हमारे युवाओं में खेलों को लेकर विश्वास पैदा हो, खेल को अपना प्रॉफ़ेशन बनाने का हौसला बढ़े। यही मेरा संकल्प भी है, और सपना भी। मैं चाहता हूँ कि जिस तरह दूसरे प्रॉफ़ेशन्स हैं, वैसे ही हमारे युवा स्पोर्ट्स को भी देखें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा मेरठ, देश की एक और महान संतान, मेजर ध्यान चंद जी की भी कर्मस्थली रहा है। कुछ महीने पहले केंद्र सरकार ने देश के सबसे बड़े खेल पुरस्कार का नाम दद्दा के नाम पर किया था। आज मेरठ की स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मेजर ध्यान चंद जी को समर्पित की जा रही।
मोदी ने कहा अब योगी जी की सरकार ऐसे अपराधियों के साथ जेल-जेल खेल रही है। पांच साल पहले इसी मेरठ की बेटियां शाम होने के बाद अपने घर से निकलने से डरती थीं। आज मेरठ की बेटियां पूरे देश का नाम रौशन कर रही हैं। हमारे मेरठ और आसपास के क्षेत्रों के लोग कभी भूल नहीं सकते कि लोगों के घर जला दिए जाते थे और पहले की सरकार अपने खेल में लगी रहती थी। पहले की सरकारों के खेल का ही नतीजा था कि लोग अपना पुश्तैनी घर छोड़कर पलायन के लिए मजबूर हो गए थे।