Independence Day 2021: अभी भी अधूरा है अमर शहीदों का सपना
देशवासी आजादी का 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं।
Independence Day 2021: देशवासी आजादी का 75वां स्वतंत्रता दिवस मना रहे हैं। आजादी के इस पर्व पर जनमानस में जहां उत्साह है, उमंग है वहीं मस्तिष्क में कई सारे सवाल भी हैं कि देश को आज हम किस नजरिए से देखते हैं और बेहतर इंडिया बनाने के लिए क्या किया जा सकता है? शहीद-ए-आजम भगत सिंह जिन्होंने इस देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए उनके भतीजे किरणजीत सिंह का कहना है कि 75 साल देश के आजादी को हो रहे हैं इस दौरान हालांकि देश में बहुत तरक्की की, आर्थिक तौर पर भी और तकनीकी तौर पर भी। लेकिन जिस भारत की कल्पना अमर शहीदों ने की थी अभी हम उस लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाए। अभी भी बहुत गरीबी है, बेरोजगारी है, भ्रष्टाचार है इन सभी सामाजिक और राजनीतिक तौर पर जो कमियां आई है। उन्हें दूर करके हम ऐसा स्वर्णिम भारत बनाएं, जिसमें हर आदमी की आवाज सुनी जाए और हर छोर पर खड़े आखिरी आदमी तक आजादी का लाभ पहुंच सके।
बेहतर इंडिया बनाने के लिए जरूरी है हम अपने कर्तव्य को समझें। देश बहुत संकट के दौर से गुजरा और गुजर रहा है। हम लोग इसे समझे कि देश की सीमाओं पर अभी संकट है। चीन की तरफ से पाकिस्तान की तरफ से देश में सामाजिक तौर पर भी बहुत सारी कमियां हैं। हमें उनके विरुद्ध लड़ना है और भाईचारा बनाकर रखना है। आपसी धर्म और जातियों के विवाद में न पड़कर देश को आगे बढ़ाएं। हम सभी इसके रहने वाले बेटे बेटियां हैं और हम सभी के लिए शहीदों ने अशफाक उल्ला हो बिस्मिल हो, चंद्रशेखर आजाद हो या भगतसिंह हो सभी ने मिलकर अपना खून बहाया है, तो उनके बलिदान को व्यर्थ न जाने दें और संकल्प लें और उन शहीदों के सपनों का देश बनाएंगे, जो हमारा दायित्व है, कर्तव्य है उसे भी निभाए।
इसके साथ यह देखें कि हम देश को क्या दे रहे हैं। इस अवसर पर किरणजीत सिंह ने शहीद-ए-आजम भगत सिंह द्वारा लिखे गए अंतिम पत्र को भी पढ़ कर सुनाया, जिसकी शायरी पढ़कर किसी की भी आंखें नम हो जाए। इसमें कही गई बातों से ऐसा लगता है कि आज भी शहीद ए आजम भगत सिंह यही संदेश एक बार फिर युवा पीढ़ी को दे रहे हैं।