Saharanpur News: चुनाव आयोग की वेबसाइट हैक करके बन रहा था फर्जी वोटर आईडी, STF को सौंपी गई जांच
Saharanpur News: सहारनपुर में चुनाव आयोग की वेबसाइट को हैक करके फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाने का मामला सामने आया है।
Saharanpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के सहारनपुर (Saharanpur) जिले में चुनाव आयोग (Election Commission) की वेबसाइट को हैक करके फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनाने का मामला सामने आया है। इस मामले की जांच के लिए जिलाधिकारी ने स्पेशल टास्क फोर्स से जांच करने की सिफारिश की है।
आपको बता दें कि अगले साल पांच राज्यों में होने वाले चुनाव के मद्देनजर इस खबर को बड़ी गंभीरता के साथ देखा जा रहा है और इसके तार कई राज्यों से जुड़े होने के संकेत मिल रहे हैं। इसी वजह से सहारनपुर के जिलाधिकारी ने इसकी जांच किसी विशेषज्ञ एजेंसी से कराने के लिए एक पत्र चुनाव आयोग को लिखा है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने गृह विभाग को पत्र लिखकर विशेष एजेंसी से जांच की मांग की
मामले में मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी शुक्रवार को इस पत्र को गृह विभाग भेजकर किसी विशेष एजेंसी से जांच करने की सिफारिश कर दी है। पत्र मिलते ही राज्य सरकार ने पूरे मामले की जांच स्पेशल टास्क फोर्स से कराने का फैसला किया है। और इस संदर्भ में अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी ने इस बात की पुष्टि भी कर दी है।
सहारनपुर जिले में इस मामले के खुलासे के बाद उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों में भी इस तरह के मामले की जांच पड़ताल शुरू करने की बात कही जा रही है। ताकि अगर अन्य किसी जिले में भी इस तरह की घटना हुई हो तो उस पर कार्यवाही की जा सके।
विभागीय मिली भगत के संकेत
आपको बता दें कि सहारनपुर में पकड़े गए विपुल सैनी ने 10,000 से अधिक मतदाता पहचान पत्र बनाए हैं। उसने वेबसाइट को हैक करके पीडीएफ फाइल प्राप्त कर ली। ऐसा माना जा रहा है कि इस मामले में निर्वाचन आयोग के किसी कर्मचारी की भी मिलीभगत है।
मामले में सहारनपुर के एसएसपी ने बताया है कि विपुल को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी ताकि यह पता चल सके कि वह इस तरह का काम किस की मदद से या किसके लिए काम कर रहा था। चर्चा यह भी है कि विपुल के साथी अरमान मलिक को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मामले को लेकर किया ट्वीट
उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी आयोग की वेबसाइट पर डिजिटल सेंधमारी पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने इस पर तंज कसते हुए ट्वीट भी किया है। साथ ही साथ ऐसे मामले की पूरे राज्य में जांच कराने की मांग की है। उन्होंने इस बात की आशंका भी जताई है कि कहीं इसको किसी सरकारी अधिकारी या राजनेता का संरक्षण तो नहीं प्राप्त है। चुनाव आयोग की सुरक्षा ही नहीं। बल्कि गरिमा का सवाल है। अतः इस मामले की जांच करते हुए कार्रवाई की जानी चाहिए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की बात कही
मामले पर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला का कहना है कि सहारनपुर मामले की जांच हो रही है। इस मामले में जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि इन लोगों ने किस तरह से चुनाव आयोग की वेबसाइट को हैक करके डेटाबेस तक पहुंचने की कोशिश की है। और इनका मुख्य उद्देश्य क्या था।