Shamli News: विवादों के बीच राजा मिहिर भोज की प्रतिमा का हुआ अनावरण
विवादों के बीच गुर्जर समाज के राजा मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण भाजपा नेताओं की मौजूदगी में कर दिया गया है।
Shamli News: जिले की कैराना कोतवाली क्षेत्र के गांव तीतरवाड़ा में गुर्जर युवाओं के आदर्श ग्राम ग्रुप की ओर से गांव की चौपाल के सामने राजा मिहिर भोज (Raja Mihir Bhoj) की मूर्ति की स्थापना की गई थी। वहीं मूर्ति के अनावरण के लिए मंगलवार को गांव की गुर्जर चौपाल पर वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल चौहान (Anil Chauhan) की अध्यक्षता में मूर्ति अनावरण का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे पूर्व मंत्री एवं भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह (Virender Singh), भाजपा नेत्री मृगांका सिंह (Mriganka Singh) व वरिष्ठ भाजपा नेता अनिल चौहान (Anil Chauhan) द्वारा राजा मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण किया गया।
भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि आज गुर्जर समाज के पूर्व वंशज राजा मिहिर भोज (Raja Mihir Bhoj) की प्रतिमा का अनावरण किया गया हैं। यहां कोई विवाद नहीं हैं। मुख्यमंत्री कल दादरी में भी राजा मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण करेंगे। वहां भी कुछ ठाकुरों ने राजनीति के तहत विवाद की शुरुआत की थी। वहां ठाकुर समाज के लोगों ने समर्थन दिया। तो वहां भी कोई विवाद नहीं है। थानाभवन के अंदर कुछ चंद राजनीतिक लोगों के द्वारा धरना प्रदर्शन दिया जा रहा हैं। तित्तरवाड़ा में आयोजित कार्यक्रम की प्रशासन द्वारा परमिशन न देने पर पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रशासन द्वारा उनको बताया गया हैं कि किसी भी मूर्ति के अनावरण करने के लिए शासन की ओर से परमिशन लेनी होती हैं, लेकिन यह गांव का लोकल कार्यक्रम हैं। यहां कोई विवाद नहीं हैं।
भाजपा महिला नेता मृगांका सिंह ने कहा कि इस विषय को लेकर अनावश्यक राजनीति हो रही हैं। यहां गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण किया गया है। सभी को शुभकामनाएं व बधाई देती हूं। गुर्जर सम्राट मिहिर भोज को लेकर अनावश्यक विवाद है। इसमें कोई तथ्य नहीं है। मेरठ से पहुंचे पथिक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुखिया गुर्जर ने कहा कि पूरे देश के अंदर गुर्जर समाज ने क्रांतिकारी करवट बदली हैं और देशभर में महान सम्राट गुर्जर प्रतिहार वंश के कुलभूषण सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति की स्थापना हो रही है।
थानाभवन के अंदर राजपूत समाज के धरना प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि वह लोग गलत विरोध कर रहे हैं। उनको यह भी नहीं पता कि भगवान रामचंद्र वन गुर्जर थे। इतिहास खंगाल लो। राजपूत शब्द बाद में आया। मैं राजपूतों का विरोधी नहीं हूं। वह भी हमारे भाई हैं। लेकिन वह हमसे मिलकर चलेंगे तो उन्हें सुरक्षा मिलती रहेगी। हम लड़ाकी कौम से संबंध रखते हैं।
उधर जहां कई दिनों से चल रहे राजा मिहिर भोज के नाम पर विवाद के बीच आज शांतिपर्वक मूर्ति अनावरण किया गया, वहीं गुर्जर समाज और राजपूत समाज के बीच चल रहा विवाद भी अब थम जाएगा। लेकिन देखने वाली बात है कि न कोई परमिशन और न ही कोई आदेश के बाद भी गुर्जर समाज ने जिले में बीजेपी नेताओं की मौजूदगी में ही नियम कानून तोड़ते हुए खुद बीजेपी नेता वीरेंद्र सिंह गुर्जर ने मूर्ति का अनावरण कर दिया।