लोगों की लापरवाही ने सरकार के प्रयासों पर फेरा पानी, बढ़ रहे कोरोना वायरस के केस
कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकारें तो पहल कर रहीं हैं, लेकिन कई लोग बात नहीं मानते, जिसकी वजह से मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। लोगों की हीलाहवाली से दूसरों को भी खतरा बढ़ जाता है। 14 दिन क्वारन्टीन सेंटर में रहने का नियम भी कई लोग तोड़ रहे हैं।
कन्नौज। कोरोना वायरस को रोकने के लिए सरकारें तो पहल कर रहीं हैं, लेकिन कई लोग बात नहीं मानते, जिसकी वजह से मरीजों का आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। लोगों की हीलाहवाली से दूसरों को भी खतरा बढ़ जाता है। 14 दिन क्वारन्टीन सेंटर में रहने का नियम भी कई लोग तोड़ रहे हैं।
240 स्थानों पर तीन हजार लोगों को रोका गया
उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में करीब 240 स्थानों पर तीन हजार लोगों को रोका गया है। कई कवारन्टीन सेंटरों पर लोग रुक नही रहे हैं, जिससे लॉकडाउन का भी पालन नही हो पा रहा है। कुछ स्थानों पर लोग ताला लगाकर निकल जाते हैं। कहीं-कहीं तो पूरी सुविधाएं भी नही मिल पा रहीं हैं।
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इस सेंटर पर एक साबुन पर दो लोग
कन्नौज क्षेत्र के प्राथमिक स्कूल बेहरिन में आंगनबाड़ी कक्ष के सामने वाले कमरे में छह लोग थे। कुछ ग्रामीण बैठे थे तो कुछ लेटे थे। यहां रुके अजय कुमार ने बताया दो कमरों में 10 लोग हैं। रसोइया खाना बनाकर दे जाती है। पंखे भी हैं, लेकिन साबुन दो लोगों के बीच में एक-एक ही है। आशीष ने बताया कि महामारी को रोकने के लिए एक ही साबुन से कई लोगों का नहाना ठीक नहीं है। साबुन सबका अलग-अलग होना चाहिए।
पहले यहां रुके थे, दो दिन से लगा ताला
तिर्वा-कन्नौज फोरलेन मार्ग किनारे उच्च प्राथमिक स्कूल शरीफापुर में बाहर से आए छह लोगों को ठहराया गया है। दो दिन से यहां ताला लटका हुआ है। कोई भी मौजूद नही था। जबकि 14 दिन तक बाहर के व्यक्तियों को रोकने के लिए कहा गया था।
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क्या कहते हैं जिम्मेदार
डीएम राकेश मिश्र का कहना है कि बाहर से आए हुए लोगों के रुकने के लिए क्वारंटीन सेंटर बनाए गए हैं। अगर ऐसे लोग स्कूल, कॉलेज आदि में नहीं रुके हैं तो घर में ही आईसोलेट रहें। बाहर न निकले और किसी से मिलें न।
रिपोर्टर -अजय मिश्रा
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