शायद पैसा शायद उधार लिया होगा... जस्टिस यशवंत वर्मा मामले पर अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
Akhilesh Yadav: दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर नकदी मिलने की खबर ने राजनीतिक हलचल मचा दी है।;
Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav: दिल्ली हाई कोर्ट के जज जस्टिस यशवंत वर्मा के सरकारी आवास पर नकदी मिलने की खबर ने राजनीतिक हलचल मचा दी है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधते हुए तंज कसा है। उन्होंने कहा, "वह पैसा शायद उन्होंने उधार लिया होगा। यह तो केवल कुछ ही पैसा पकड़ा गया है, उत्तराखंड में हमने इससे भी बड़े घोटाले देखे, लेकिन आज तक किसी का नाम सामने नहीं आया।"
अखिलेश यादव ने इस मामले को लेकर बीजेपी सरकार की नीति पर सवाल उठाए और कहा कि जब भी कोई बड़ा घोटाला सामने आता है, तो जांच का परिणाम अक्सर जनता के सामने नहीं आता। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जांच एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से काम नहीं कर रही हैं।
महाकुंभ आयोजन पर भी सरकार को घेरा
इसके अलावा, अखिलेश यादव ने महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं की मौत और लापता होने की घटनाओं पर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "महाकुंभ जैसे पावन और पवित्र आयोजन में जिन श्रद्धालुओं की जान गई है या जो खो गए हैं, सरकार न तो उन्हें मुआवजा देना चाहती है और न ही उनकी तलाश करने में रुचि दिखा रही है।" उन्होंने राज्य सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि प्रशासन केवल प्रचार पर ध्यान दे रहा है, जबकि वास्तविकता कुछ और ही है। "महाकुंभ को डिजिटल आयोजन बताया गया था, लेकिन जब श्रद्धालु लापता हुए तो ड्रोन और सीसीटीवी कैमरे कहां चले गए?" अखिलेश यादव ने पूछा।
जस्टिस यशवंत वर्मा ने आरोपों को बताया निराधार
वहीं, इस मामले पर खुद जस्टिस यशवंत वर्मा ने सफाई दी है। उन्होंने नकदी मिलने के आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि यह उन्हें बदनाम करने और फंसाने की साजिश है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जिस कमरे में पैसे मिलने की बात की जा रही है, वह उनके मुख्य आवास से पूरी तरह अलग था। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने जांच के लिए तीन जजों की एक समिति गठित कर दी है। जस्टिस वर्मा ने दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को एक विस्तृत जवाब भी भेजा है, जिसमें उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को एक साजिश करार दिया है।