Chitrakoot: एक्सप्रेस वे के किनारे लगने वाले पौधों की कराई जाए फोटोग्राफी-मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र
Chitrakoot: मुख्य सचिव ने भरतकूप स्थित बंुदेलखंड एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट गोड़ा तक निरीक्षण किया। इसके बाद वह धर्मनगरी चित्रकूट पहुंचे।
Bundelkhand Expressway: मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने शनिवार को अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी व डीजीपी देवेन्द्र सिंह चौहान के साथ बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे के रास्ते कार के जरिए अब तक हुई प्रगति का जायजा लिया। एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट गोड़ा तक देखने के बाद तीनों अधिकारी धर्मनगरी पहुंचे। हालांकि एक्सप्रेस वे में जिले की सीमा के भीतर उनकी गाड़ी कहीं नहीं रुकी। मुख्य सचिव ने बाद में अधिकारियों के साथ बैठक में एक्सप्रेस के किनारे लगाए जाने वाले पौधों की फोटोग्राफी कराने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव ने भरतकूप स्थित बंुदेलखंड एक्सप्रेस वे के जीरो प्वाइंट गोड़ा तक निरीक्षण किया। इसके बाद वह धर्मनगरी चित्रकूट पहुंचे। पर्यटक आवास गृह सीतापुर में उन्होंने कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह, आईजी विपिन कुमार मिश्र, डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल व एसपी अतुल शर्मा के साथ जिले के विकास कार्यो की समीक्षा किया। उन्होंने विकास कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। मुख्य सचिव को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा करनी थी। इसको लेकर तैयारियां भी हो चुकी थी। लेकिन समय कम होने के कारण वह कलेक्ट्रेट नहीं गए। बल्कि सीधे देवांगना एयरपोर्ट पहुंचकर हेलीकाप्टर से लखनऊ रवाना हो गए।
उनके जाने के बाद डीएम शुभ्रांत कुमार शुक्ल व सीडीओ अमित आसेरी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर मुख्य सचिव के निर्देशों से अवगत कराया। डीएम ने बताया कि मुख्य सचिव ने एक जनपद एक उत्पाद में प्रगति ठीक कराने के निर्देश दिए है। कहा कि विद्यालयों के 19 पैरामीटर्स में जो 22 प्रतिशत कार्य अवशेष है, उन्हें पूर्ण कराया जाए। जल जीवन मिशन में चांदी बांगर योजना का काम धीमा है, उस पर तेजी लाई जाए। प्रधानमंत्री आवास शहरी में पात्रों की सूची बनाकर तत्काल आवेदन कराया जाए। एक जनपद एक उत्पाद के लाभार्थियों को बैंकों के माध्यम से अधिक से अधिक लाभ दिलाया जाए।
कामदनाथ और मत्स्यगयेन्द्रनाथ में किया दर्शन
मुख्य सचिव एक्सप्रेस वे का जायजा लेते हुए रामघाट स्थित महाराजाधिराज मत्स्यगयेन्द्र नाथ मंदिर पहुंचे। यहां मंदाकिनी का पवित्र जल लेकर जलाभिषेक किया। इसके बाद वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजन कर वह कामदनाथ मंदिर रवाना हुए। यहां पर पूजन व दर्शन के बाद रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए। मंदिर के अधिकारी मदनदास महाराज ने तीनों अधिकारियों को भगवान कामदनाथ की प्रतिमा भेंट की।
देवांगना हवाई पट्टी के कार्यों को देखा
मुख्य सचिव ने धर्मनगरी का भ्रमण करने के बाद देवांगना हवाई पट्टी में चल रहे कार्यों को भी देखा। उनका यहीं पर हेलीकाप्टर पहले ही पहुंच चुका था। डीएम से उन्होंने हवाई पट्टी के संबंध में जानकारी भी ली। प्रदेश सरकार इस एयरपोर्ट से जल्द ही हवाई सेवा शुरु करने की तैयारी कर रही है। हवाई पट्टी में हेलीपैड पर तीनों शीर्ष अधिकारियों को कमिश्नर, आईजी, डीएम, एसपी व सीडीओ ने स्मृति चिन्ह भेंट कर स्वागत किया।
चित्रकूट में ज्वाइंट मजिस्टे्रट की निभाई थी जिम्मेदारी
मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र का धर्मनगरी से पुराना नाता है। वर्ष 1987 में वह ज्वाइंट मजिस्ट्रेट के तौर पर जिम्मेदारी संभाल चुके है। उस दौरान चित्रकूट अलग जनपद नहीं था। बांदा में शामिल होने के साथ यहां पर ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की तैनाती होती रही है। यहां वह डेढ़ साल तक कार्यरत रहे हैं। इल्डर कमेटी के अध्यक्ष बुआराम शुक्ला ने बताया कि उस दौरान चित्रकूट पेयजल समस्या से जूझ रहा था। कुछ दिनों बाद अचानक अकाल भी पडा। उस समय बतौर ज्वाइंट मजिस्टे्रट की जिम्मेदारी निभाते हुए दुर्गाशंकर मिश्र ने तालाब-पोखर खुदवाने से लेकर कई योजनाएं शुरू कराई थी।