PM Modi Kanpur Daura : कानपुर को मिली मेट्रो व बीना परियोजना की सौगात, पहले की सरकारों ने फैलाया माफियावाद
PM Modi Kanpur Daura LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कानपुर शहर में मेट्रो रेल परियोजना का शुभारंभ कर दिया है।
PM Modi Kanpur Daura LIVE: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Vidhan Sabha Chunaav 2022) से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) की सरकार प्रदेश को कई बड़ी सौगातें देने का काम कर रही है। इसी क्रम में आज मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कानपुर (Narendra Modi Kanpur) शहर में मेट्रो रेल परियोजना और बीना परियोजना का शुभारंभ किया है। इसके बाद अपने भाषण में मोदी ने पहले की सरकारों पर माफियावाद फैलाने का आरोप लगाया।
पीएम मोदी ने कहा डबल इंजन की सरकार पूरी ईमानदारी से, पूरी जवाबदेही के साथ यूपी को विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार बड़े लक्ष्य तय करना और उन्हें पूरा करना जानती है। कौन सोच सकता था कि यूपी में बिजली के उत्पादन से लेकर ट्रांसमिशन तक में सुधार हो सकता है।
यूपी में पहले जो सरकारें रहीं, उन्होंने माफियावाद का पेड़ इतना फैलाया कि उसकी छांव में सारे उद्योग-धंधे चौपट हो गए। अब योगी जी की सरकार, कानून व्यवस्था का राज वापस लाई है। इसलिए यूपी में अब निवेश भी बढ़ रहा है और अपराधी अपनी जमानत खुद रद्द करवा कर जेल जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा दशकों तक हमारे देश में ये स्थिति रही कि एक हिस्सा का तो विकास हुआ, दूसरा पीछे ही छूट गया। राज्यों के स्तर पर, समाज के स्तर पर इस असमानता को दूर करना उतना ही जरूरी है। इसलिए हमारी सरकार सबका साथ-सबका विकास के मंत्र पर काम कर रही है।
नरेंद्र मोदी ने कहा डबल इंजन की सरकार यूपी की जरूरतों को समझते हुए, दमदार काम कर रही है। यूपी के करोड़ों घरों में पहले पाइप से पानी नहीं पहुंचता था। आज हम हर घर जल मिशन से, यूपी के हर घर तक साफ पानी पहुंचाने में जुटे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा डबल इंजन की सरकार जिस काम का शिलान्यास करती है उसे पूरा करने के लिए हम दिन रात एक कर देते है। कानपुर मेट्रो का शिलान्यास हमारी सरकार ने किया, हमारी सरकार इसका लोकार्पण भी कर रही है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का शिलान्यास हमारी सरकार ने किया, हमारी ही सरकार ने इसका काम पूरा किया। साल 2014 से पहले, यूपी में जितनी मेट्रो चलती थी, उसकी कुल लंबाई थी 9 किलोमीटर। साल 2014 से लेकर 2017 के बीच मेट्रो की लंबाई बढ़कर हुई कुल 18 किलोमीटर। आज कानपुर मेट्रो को मिला दें तो यूपी में मेट्रो की लंबाई अब 90 किलोमीटर से ज्यादा हो चुकी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन
ऋषि मुनियों की तपस्थली क्रांति वीरों की प्रेरणा स्थली आजाद भारत के ऊर्जावान उद्योग वीरों की धरती कानपुर को मेरा शत शत नमन। कानपुर के लोगों का जो मिजाज है। कनपुरिया लोगों की जो हाजिर जवाबी है उसका कोई जवाब नहीं। मोदी ने कहा ये कानपुर ही है यहां ऐसा कोई नहीं जिसे दुलार न मिला हो। साथियों जब संगठन के काम से कानपुर आना होता था तो कानपुर में खूब सुनने को मिलता था झाड़े रहे कलक्टर गंज। आज मंगलवार है और पनकी वाले हनुमान जी के आशीर्वाद से कानपुर को मेट्रो कनक्टिविटी मिली है। और बीना परियोजना से भी कनेक्टिविटी मिली है। मै मेट्रो से सफर कर कानपुरवासियों के उत्साह का साक्षी बनना चाहता था। निश्चय ही मेरा अनुभव यादगार रहा। पहले की सरकारों ने समय की कीमत नहीं समझी उनकी प्राथमिकताओं में यूपी का विकास नहीं था। आज डबल इंजन सरकार नुकसान की भरपाई में जुटी है। देश का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यूपी में बन रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बटन दबाकर कानपुर मेट्रो के प्रथम सेक्शन का शुभारंभ किया। इसके बाद मेट्रो पर आधारित एक छोटी सी फिल्म का प्रदर्शन हुआ। जब मोदी सरकार बनी थी तब केवल पांच शहरों में मेट्रो की सुविधा थी आज 18 शहरों में मेट्रो का विस्तार हो चुका है। बीते पांच वर्षों में सिर्फ उत्तर प्रदेश में पांच मेट्रो चल चुकी हैं। 15 नवंबर 2019 को कानपुर में मेट्रो का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। कोविड की चुनौती के बीच काम की गति बनी रही।
इसके बाद हुआ बीना पनकी पाइप लाइन परियोजना का शुभारंभ हुआ। इसके बाद इस पर एक फिल्म का प्रदर्शन हुआ। पेट्रोलियम उत्पादों के सुचारु परिवहन के लिए इस परियोजना को शुरू किया गया है। इससे बीना से कानपुर तक पेट्रोलियम उत्पादों का परिवहन होगा। जिससे बिहार तक लोग लाभान्वित होंगे। इस परियोजना के लिए कानपुर में अतिरिक्त टैंकों का निर्माण किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि मां गंगा के तट पर बसे इस नगर में अत्याधुनिक यातायात सुविधा देने के लिए प्रधानमंत्री का आगमन हुआ है। मै उनका स्वागत करता हूं। कानपुर का बिठूर न केवल आस्था का बल्कि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रमुख गढ़ के रूप में भी रहा है। नमामि गंगा परियोजना के सबसे क्रिटिकल पाइंट कानपुर को नई ऊर्जा दी। इसका गौरव लौटाया। औद्योगिक नगरी कानपुर को स्वार्थ की राजनीति से ग्रहण लगा। यहां की मिलें बंद हो गईं। इससे पहले कानपुर आईआईटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करने के बाद अब मेट्रो परियोजना राष्ट्र को समर्पित करने प्रधानमंत्री आज यहां आए हैं। दो वर्ष पूरे होने से पहले ही मेट्रो के पहले चरण का काम पूरा हुआ। नौ किलोमीटर का निर्माण होने के साथ ही कानपुर उत्तर प्रदेश का पांचवां शहर हो गया है। प्रधानमंत्री का स्वागत करता हूं।
करतल ध्वनि के बीच मंच पर प्रधानमंत्री का आगमन हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंग वस्त्र समर्पित किया। कानपुर मेट्रो का माडल पीएम मोदी को भेंट किया। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अतिथियों का स्वागत किया। अवसर है बीना पनकी पाइप लाइन परियोजना राष्ट्र को समर्पित होने का कानपुर मेट्रो के शुभारंभ का।
केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने 2014 से अब तक की उपलब्धियों को गिनाया। उन्होंंने बताया देश की पहली मेट्रो लाइन अटल बिहारी वाजपेयी के समय शुरू हुई। कानपुर का पहला सेगमेंट मेट्रो का दो साल पहले शिलान्यास हुआ आज यह पूर्ण हो गया। आज देश के 27 शहरों में मेट्रो का काम हुआ है। मेट्रो संपर्क का उत्तर प्रदेश का पांचवां शहर बना उत्तर प्रदेश। 356 किलो मीटर लंबी बीना पनकी पाइप लाइन योजना है। कानपुर में नौ किलोमीटर लंबी मेट्रो कल से शुरू होने जा रही है।
Kanpur Mein Modi: कानपुर मेट्रो पर सवार हुए मोदी-योगी।
भारत बना दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब
पीएम ने कहा कि आजादी के इस 75वें साल में हमारे पास 75 से अधिक unicorns हैं, 50,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं। इनमें से 10,000 तो केवल पिछले 6 महीनों में आए हैं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। कितने स्टार्टअप्स तो हमारी IITs के युवाओं ने ही शुरू किए हैं।
कौन भारतीय नहीं चाहेगा कि भारत की कंपनियां Global बनें, भारत के Product Global बनें। जो IITs को जानता है, यहां के टैलेंट को जानता है, यहां के प्रोफेसर्स की मेहनत को जानता है, वो ये विश्वास करता है ये IIT के नौजवान जरूर करेंगे।
आज से शुरू हुई यात्रा में आपको सहूलियत के लिए शॉर्टकट भी बहुत लोग बताएँगे। लेकिन मेरी सलाह यही होगी कि आप comfort मत चुनना, challenge जरूर चुनना। क्योंकि, आप चाहें या न चाहें, जीवन में चुनौतियाँ आनी ही हैं। जो लोग उनसे भागते हैं वो उनका शिकार बन जाते हैं।
आत्मनिर्भर भारत, पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप
जब देश की आजादी को 25 साल हुए, तब तक हमें भी अपने पैरों पर खड़ा होने के लिए बहुत कुछ कर लेना चाहिए था। तब से लेकर अब तक बहुत देर हो चुकी है, देश बहुत समय गंवा चुका है। बीच में 2 पीढ़ियां चली गईं इसलिए हमें 2 पल भी नहीं गंवाना है।
स्वामी विवेकानंद ने कहा था- Every nation has a message to deliver, a mission to fulfill, a destiny to reach. यदि हम आत्मनिर्भर नहीं होंगे, तो हमारा देश अपने लक्ष्य कैसे पूरे करेगा, अपनी Destiny तक कैसे पहुंचेगा?
मेरी बातों में आपको अधीरता नजर आ रही होगी लेकिन मैं चाहता हूं कि आप भी इसी तरह आत्मनिर्भर भारत के लिए अधीर बनें। आत्मनिर्भर भारत, पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप ही है, जहां हम किसी पर भी निर्भर नहीं रहेंगे।