40 किलो चांदी की ईंटः राम जन्मभूमि भव्य मंदिर की नींव रखेंगे पीएम मोदी
अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को होने वाले राममंदिर षिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चालीस किलो चांदी की ईंट से मंदिर की नीव रखेगें।
श्रीधर अग्निहोत्री
लखनऊ: अयोध्या में आगामी पांच अगस्त को होने वाले राममंदिर षिलान्यास कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चालीस किलो चांदी की ईंट से मंदिर की नीव रखेगें। अबतक मिली जानकारी के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अयोध्या के इस पवित्र परिसर पर सुबह 11 बजे पहुंच जाएगें और यहां लगभग दो घटे अयोघ्या में ही रहेगें।
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प्रधानममंत्री मोदी का अभी अंतिम कार्यक्रम नहीं आया है
हांलाकि प्रधानममंत्री मोदी का अभी अंतिम कार्यक्रम नहीं आया है पर यहां की जा रही तैयारियों के अनुसार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चालीस किलो चांदी की पांच ईटे रखेगें जो पांच नक्षत्रों की प्रतीक कही जा रही हैं। प्रधानमंत्री मोदी सुबह 11 बजे अयोध्या पहुंचेगें। मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का समय दोपहर 12 बजकर 15 मिनट निर्धारित किया गया है। अभिजीत नक्षत्र में भगवान श्रीराम का जम्न हुआ था।
इस ऐतहासिक कार्यक्रम के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के अलावा केन्द्रीय गृह मंत्री अमितषाह और पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी साध्वी ऋतम्भर विनय कटियार और उमाभारती को भी आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम के लिए करीब 300 लोगो को बुलाया गया है।
विष्व हिन्दू परिषद इस दिन पूरे देष में दीपावली मनाएगा
वहीं दूसरी तरफ विष्व हिन्दू परिषद इस दिन पूरे देष में दीपावली मनाएगा। पांच अगस्त की षाम को सभी मंदिरो में घंटा घड़ियाल आरती आदि कार्यकमों निर्धारित किया गया है। इसके लिए आरएएस ने भी अपने सभी आनुषागिक संगठनों से कहा है कि मंदिर निर्माणश्षुरू होने की आधारषिला रखने पर पूरे देष में दीवाली की तरह हर घर में रोषनी करें। क्योकि यह दिन करोडो हिन्दुओं के लिए स्वर्णाक्षरों में लिखा जाने वाला दिन है।
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उधर मंदिर का निर्माण कराने वाले चन्द्रकांत के पुत्र आषीष सोमपुरा का कहना है कि इसके निर्माण में लगभग ढाई से तीन साल का वक्त लग सकता है। मंदिर की लगभग 60 प्रतिषत तैयारी पूरी हे। इसके माडल निर्माण का काम तो आज से तीस साल पहले ही तत्कालीन विहिप अध्यक्ष अषोक सिंघल ने करा दिया था। बस इसमें थोड़ा सा परिवर्तन किया जा रहा है। इसलिए मंदिर निर्माण में अब कोई बाधा नहीं है।
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