Meerut: मेडिकल थाने में आपत्तिजनक बैनर लगाने वाले तथाकथित भाजपा नेताओं को पुलिस ने किया गिरफ्तार

Meerut News: उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ के थाना मेडिकल पर हंगामा करने एवं आपत्तिजनक बैनर लगाने के मामले में पुलिस ने आज छह तथाकथित भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।

Report :  Sushil Kumar
Update:2022-05-28 18:24 IST

मेरठ: आपत्तिजनक बैनर मामला: Photo - Social Media

Meerut News: उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ के थाना मेडिकल (Thana Medical) पर हंगामा करने एवं आपत्तिजनक बैनर लगाने के मामले में पुलिस ने आज छह तथाकथित भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। जिन लोगों को पुलिस (UP Police) ने गिरफ्तार किया है। मेडिकल थाना प्रभारी संतशरण सिंह ने इसकी जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम शम्भू पहलवान उर्फ प्रशान्त कौशिक, सागर पोसवाल, कुलदीप मसूरी, अंकुर चौधरी, अमित भड़ाना, अमर शर्मा हैं।

थाना प्रभारी के अनुसार इन सभी की शिनाख्त वीडियों फुटेज के आधार पर करने के बाद आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने 212/22 धारा 147/352/353/505(2) में मुकदमा दर्ज कर आज गिरफ्तार कर लिया है। समाचार लिखे जाने समय तक पुलिस द्वारा सभी का मेडिकल कराने के बाद उनको कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही थी।

भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी

बता दें कि मेरठ में कल दुकान के विवाद में मेडिकल थाने पहुंचे भाजपाइयों ने हंगामा करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी। करीब चार-पांच घंटे घंटों तक चले इस हंगामें के दौरान कुछ लोगों ने थाने के बाहर विवादित पोस्टर भी लगा दिया था। जिसमें लिखा था, भाजपा नेताओं क़ा मेडिकल थाने में आना मना है" इस पोस्टर के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामले ने उस समय तूल पकड़ लिया था जब खुद मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव द्वारा इस पर तंज कसते हुए ट्वीट किया गया।

वायरल वीडियो

इस पूरे प्रकरण में भाजपा की किरकिरी हो गई। ये विवादित पोस्टर सामने आने के बाद से ही बवाल मचा हुआ है। अभी तक इस मामले में जो जानकारी सामने आई है उसमें पता चला है कि असल में यह पोस्टर पुलिस की ओर से नहीं खुद भाजपा नेताओं की तरफ से लगाया गया है। इसकी चुगली वायरल वीडियो में भी हो रही है। जिसमें भाजपा नेता खुद ही पहले थाने पर नारेबाजी और फिर उक्त पोस्टर लगाते दिख रहे हैं।

पुलिस का भी यही कहना है कि बैनर स्वंय बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने लगवाया था। वो एक मुकदमे में अपनी इच्छानुसार कार्रवाई कराना चाहते थे, जबकि पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई कर रही थी। इंस्पेक्टर द्वारा एक पार्टी विशेष के कार्यकर्ताओं के दबाव में न आने के कारण वह नाराज हो गए और उन्होंने यह षड्यंत्र रचा।

विवाद की जड़ में एक पारिवारिक विवाद

मेरठ जिले के मेडिकल थाने से जुड़े इस विवाद की जड़ में एक पारिवारिक विवाद है। दरअसल, थाना इंचोली क्षेत्र के मसूरी निवासी पूजा की शादी चार साल पहले नौचंदी थाना क्षेत्र के वैशाली कॉलोनी निवासी अवधेश से हुई थी। अवधेश की गढ़ रोड पर मेडिकल थाना क्षेत्र में दुकान है। करीब आठ महीने पहले अवधेश की बीमारी से मौत हो गई थी। कहा जा रहा है कि ससुर श्याम सिंह और देवर अनुज ने विवाहिता को घर से निकाल दिया। अवधेश की दुकान पर भी कब्जा कर लिया। शुक्रवार को पीड़िता के पक्ष में बीजेपी कार्यकर्ता मेडिकल थाने पहुंचे थे। पुलिस के अनुसार यह लोग एक महिला के लिए उसके देवर से दुकान खाली कराने का अनुचित दबाव बना रहे थे।

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