अजान पर भिड़े सपा-भाजपा, VC की अर्जी पर मौलाना ने दिया ऐसा बयान

इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज डीएम को चिट्ठी लिख कर कहा कि मस्जिद की अजान से उनकी नींद में खलल पड़ता है। इस पर एक्शन लिया जाए। बस तभी से इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने शुरू हो गई।

Update: 2021-03-17 06:29 GMT
उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति द्वारा सुबह लाउडस्पीकर से अजान पर उठाए सवालों पर अब राजनीतिक बवाल छिड़ गया है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी की कुलपति द्वारा सुबह लाउडस्पीकर से अजान पर उठाए सवालों पर अब राजनीतिक बवाल छिड़ गया है। इस मुद्दे में यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रोफेसर संगीता श्रीवास्तव ने प्रयागराज डीएम को चिट्ठी लिख कर कहा कि मस्जिद की अजान से उनकी नींद में खलल पड़ता है। इस पर एक्शन लिया जाए। बस तभी से इस मामले पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आने शुरू हो गई। ऐसे में समाजवादी पार्टी ने कहा है कि भाजपा(BJP) सिर्फ धर्म-जाति के मसले पर राजनीति करना चाहती है।

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रोज़गार पर जोर नहीं

अजान के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी के अनुराग भदौरिया ने बयान देते हुए कहा कि जब से भाजपा की सरकार बनी है, सिर्फ जाति-धर्म की बात हो रही है रोज़गार पर जोर नहीं दिया जा रहा है। किसी शिक्षा संस्थान को इस तरह के मसले पर जोर नहीं देना चाहिए।

साथ ही भाजपा के प्रवक्ता नवीन श्रीवास्तव का कहना है कि नमाज़ करना अधिकार है, लेकिन कोर्ट पहले ही कह चुका है कि लाउडस्पीकर लगाना निजता का हनन है। लॉउडस्पीकर का प्रयोग करना संवैधानिक रूप से उचित नहीं है।

फोटो-सोशल मीडिया

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नींद खराब होती

इसके साथ ही इसी मामले पर मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैफ अब्बास का भी बयान आया है। इस बारे में उन्होंने कहा कि अज़ान तो केवल 2-3 मिनट के लिए ही होती है। शिकायत करने वालों को ये भी कहना चाहिए था कि जो सुबह आरती होती है, इससे भी उनकी नींद खराब होती है।

आगे मुस्लिम धर्मगुरु ने कहा कि सिर्फ अजान के लिए ऐसी शिकायत करना बिल्कुल गलत है, ऐसे में मैं मानता हूं कि उन्हें इस शिकायत को वापस लेनी चाहिए।

वहीं मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सूफियान निजामी ने इस विवाद पर कहा कि हमारे मुल्क में हर मजहब के लोग रहते हैं, कहीं मस्जिद की अजान होती है तो कहीं मंदिर में भजन-कीर्तन होते हैं। तो अगर कोई कहता है कि सिर्फ अजान के कारण ही नींद में खलल होता है, तो ये ठीक नहीं है।

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