वरुण बोले- मुझे मिला परिवारवाद का लाभ, लेकिन रोकनी होगी वंशवादी राजनीति

वरुण ने कहा कि सरकार ने कुछ लोगों का जितना कर्ज माफ कर दिया उससे 5 साल तक मनरेगा के मजदूरों की मजदूरी निकल सकती थी। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में 85 लोग ज्यादा पैसा रखते हैं जिनमें 20 हिंदुस्तानी हैं। दूसरी तरफ, 75 प्रतिशत भारतीयों की औसत कमाई महज 5 हजार रुपए महीना है। शहरों में गरीबी के कारण 20 प्रतिशत लोग इलाज नहीं करा पाते।

Update: 2016-09-02 13:07 GMT

लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि सत्ता परिवर्तन से जयादा व्यवस्था परिवर्तन की जरूरत है। वरुण ने कहा कि पूंजीपति बैंकों का पैसा हड़प रहे हैं और गरीब लोन लेकर सुसाइड कर रहे हैं। बीजेपी सांसद ने कहा कि वह गांधी परिवार से न होते तो भाषण देने के बजाय भाषण सुनने वालों में होते।

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नीतियों पर सवाल

-बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने कहा कि हाल में केंद्र सरकार ने कुछ लोगों का इतना लोन माफ़ कर दिया, जिससे एक लाख किसानों का कर्ज माफ किया जा सकता था, जबकि गरीबी से किसान मर रहे हैं।

-वरुण ने कहा कि सरकार ने कुछ लोगों का जितना कर्ज माफ कर दिया उससे 5 साल तक मनरेगा के मजदूरों की मजदूरी निकल सकती थी।

-उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में 85 लोग ज्यादा पैसा रखते हैं जिनमें 20 हिंदुस्तानी हैं। दूसरी तरफ, 75 प्रतिशत भारतीयों की औसत कमाई महज 5 हजार रुपए महीना है।

-वरुण ने वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के हवाले से कहा कि शहरों में गरीबी के कारण 20 प्रतिशत लोग इलाज तक नहीं करा पाते।

-वरुण ने कहा कि शिक्षा का क्षेत्र बदहाल है। 5वीं कक्षा के लगभग आधे बच्चे कक्षा 1 की किताब नहीं पढ़ सकते। क्योंकि पढ़ाने के लिए शिक्षक ही नहीं हैं। 6 लाख शिक्षक कम हैं।

-वरुण ने कहा कि राइट टु एजुकेशन के तहत एक लाख करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। लेकिन भवन बना देने से बच्चे शिक्षित नहीं हो जाते।

राजनीति में परिवारवाद

-उन्होंने कहा कि राजनीति में सफल 82 प्रतिशत नौजवान राजनीतिक परिवारों से हैं। मैं फिरोज वरुण गांधी हूं इसलिए इस स्तर पर हूं।

-वरुण ने कहा, हमें प्रधान स्तर से ही ऐसे नौजवानों के लिए जगह आरक्षित कर देनी चाहिए जो किसी राजनीतिक परिवार से न हों।

-वरुण गांधी 'मीडिया नेस्ट सोसायटी' और 'सिटिजन्स फोरम' के एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने आए थे।

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