Pratapgarh News: जिलाधिकारी ने जनसुनवाई के दौरान दूर-दराज से आये हुये शिकायतकर्ताओं की सुनी समस्याएं
Pratapgarh News: जनसुनवाई के दौरान प्राप्त राजस्व शिकायतों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निष्पक्ष जांच कर, शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से करें
Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ के जिलाधिकारी संजीव रंजन ने कलेक्ट्रेट कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान दूर-दराज से आये हुये फरियादियों की शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक सुनकर सम्बन्धित अधिकारियों को प्राप्त शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध तरीके से निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
जनसुनवाई के दौरान बसन्ती प्रधान ग्राम पंचायत ठनेपुर गोपापुर ने शिकायत किया कि गाटा संख्या 487/1.240 हे0 ऊसर खाते की भूमि है जिस पर आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन व अन्य सरकारी भवनों का निर्माण कराया जाना है जिसके लिये भूमि का सीमांकन कराकर पक्की सड़क किनारे निर्माण हेतु 0.126 हे0 भूमि पर मेड़बन्दी कराये जाने की आवश्यकता है किन्तु उपरोक्त भूमि पर आसपास बसे लोगों द्वारा अवैध कब्जा व निर्माण में अवरोध किया जा रहा है जिसके सन्दर्भ में तहसील व थाना दिवस में कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया जिस पर कोई कार्यवाही नही की गयी।
इस प्रकरण पर जिलाधिकारी ने उपजिलाधिकारी पट्टी को निर्देशित किया है कि सरकारी जमीन का सीमांकन करायें एवं फोटोग्राफ सहित आख्या उपलब्ध करायें। शिकायतकर्ता रूद्र नारायण पाण्डेय निवासी सराय हरि नारायन वार्ड नं0-12 नगर पंचायत मानधाता ने शिकायत किया कि प्रार्थी का इण्डिया मार्का हैण्डपम्प विगत कई महीनों से खराब है और पेयजल की समस्या का सामना करना पड़ा रहा है, जिस पर जिलाधिकारी ने ईओ मानधाता को रिबोर कराने हेतु निर्देशित किया है।
शिकायतकर्ताओं की समस्याओं का तुरंत निस्तारण के निर्देश
इसी प्रकार जनसुनवाई के दौरान जिलाधिकारी ने अन्य प्राप्त शिकायतों के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का निस्तारण यथाशीघ्र किया जाये। जनसुनवाई के दौरान प्राप्त राजस्व शिकायतों के सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राजस्व एवं पुलिस की संयुक्त टीम मौके पर जाकर निष्पक्ष जांच कर, शिकायतों का निस्तारण गुणवत्तापूर्ण ढंग से करें जिससे शिकायतकर्ता को इधर-उधर भटकना न पड़े।