Pratapgarh News: सैकड़ों छात्रों से मेडिकल कोर्स के नाम पर लाखों रुपए की वसूली, फर्जी कालेज प्रबंधक गिरफ्तार
Pratapgarh News: सैकड़ों छात्रों से मेडिकल कोर्स के नाम पर लाखों रुपए वसूली की गई। फिर फर्जी कालेज प्रबंधक ने कालेज को रिसार्ट में तब्दील कर दिया। पुलिस ने छात्रों की शिकायत पर फर्जी कालेज प्रबंधक को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है।
Pratapgarh News: उत्तर प्रदेश के जनपद प्रतापगढ़ से खबर है, जहां सैकड़ों छात्रों से मेडिकल कोर्स के नाम पर लाखों रुपए वसूली की गई। फिर फर्जी कालेज प्रबंधक ने कालेज को रिसार्ट में तब्दील कर दिया। पुलिस ने छात्रों की शिकायत पर फर्जी कालेज प्रबंधक को गिरफ्तार करते हुए जेल भेज दिया है। पुलिस ने गिरफ्तार प्रबंधक आशीष यादव के पास से लैपटॉप, 4 मोबाइल फोन, छात्रों के फर्जी आईकार्ड, गेटवे इस्टीट्यूट ऑफ़ एजूकेशन सोसाइटी व सिंघानिया यूनिवर्सिटी की मोहर, चेकबुक, क्यूआर कोड समेत तमाम सामग्री पुलिस ने बरामद किया है।
वहीं पुलिस के अनुसार आशीष यादव ने फेल छात्रों को पास करने, कम पैसे में विभिन्न कोर्स और डिप्लोमा करने का झांसा देकर गेटवे नाम से कॉलेज खोला, कॉलेज का प्रसार प्रचार करके बड़ी संख्या में छात्रों से मोटी फीस वसूली और पैसा लेकर 2 महीने में ही कॉलेज को बंद करके वहां पर रिसोर्ट बना दिया गया।
जिन छात्रों ने एडमिशन लिया उनको कूटरचित कागजों पर डिग्री थमा दी गई, मामले का पता चलने पर जब छात्रों ने हंगामा किया तो कॉलेज प्रबंधक द्वारा छात्रों के साथ मारपीट और गाली गलौज करते हुए धमकाया।
पीड़ित छात्रों ने इस पूरे मामले की शिकायत एसपी से करते हुए मामले में न्याय की गुहार लगाई है। मामला छात्रों से जुड़ा होने के कारण एसपी ने तत्काल संज्ञान लेते हुए मामले में जांच की आदेश दिए। इसके बाद फर्जी कॉलेज प्रबंधक आशीष यादव समेत आठ लोगों पर संग्रामगढ़ पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए प्रबंधक आशीष यादव को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आज पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए छात्रों के साथ चल रहे खिलवाड़ और फ्रॉड का खुलासा भी किया।
ऐसे रचा गया ठगी का चक्रव्यूह
अभियुक्त आशीष यादव परास्नातक व कंप्यूटर में पढ़ाई की है, उसने अपने परिवार के सदस्यों व मित्रों के नाम पर किस उत्थान सेवा समिति नाम से सोसायटी रजिस्टर कराकर शांतिपुरम चौराहा फाफामऊ प्रयागराज में ऑफिस खोलकर प्रचार प्रसार कर फेल छात्रों को पास कराने कम पैसे में विभिन्न प्रकार के कोर्स जैसे डिप्लोमा इनफार्मेसी बीएससी, नर्सिंग, एनएम, जीएनएम, एक्स-रे टेक्निशियन ,योगा डिप्लोमा, गेटवे कॉलेज गर्व एजुकेशन सोसाइटी इत्यादि संस्थाओं के नाम से संचालित कर छात्रों से विभिन्न माध्यमों से पैसा लेकर नियम के विपरीत छल और कूटरचना करके फर्जी व जाली प्रमाण पत्र प्राप्त करवा कर मोटा लाभ कमाता था। वहीं आशीष यादव द्वारा 70 हजार रुपए से लेकर 2 लाख रुपए तक एक छात्रों से पैसे वसूले जाते थे, 8 वर्षों से यह ठगी का खेल चल रहा था।
200 छात्रों का मामला आया प्रकाश में और भी बढ़ सकती है छात्रों की संख्या
फर्जी कॉलेज और डिग्री का मामला पता चलने पर छात्रों ने एसपी से पूरे मामले की शिकायत की। बताया जा रहा है कि पुलिस से अभी तक 200 छात्रों ने मामले की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस को अभी आशंका है कि अभी ऐसे छात्रों की संख्या और बढ़ सकती है जो की शिक्षा के नाम पर ठगी के शिकार हुए हैं। सैकड़ों छात्र ने एसपी से मिलकर मामले की शिकायत की थी। जिसके बाद पुलिस ने फर्जी प्रबंधक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आशीष यादव के खाते से 9 लाख 60 हजार रुपए पुलिस ने फ्रिज कर दिया है।