Prayagraj: उत्तर मध्य रेलवे ने 2021-22 में किया 5.95 करोड़ यात्रियों का परिवहन, आय 1812 करोड़ रुपये

Prayagraj: उत्तर मध्य रेलवे ने 2021-22 में अपने नेटवर्क के माध्यम से 5.95 करोड़ यात्रियों को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई है। वहीं, उत्तर मध्य रेलवे ने वर्ष 2021-22 में यात्री यातायात से 1812 करोड़ रुपये का अर्जन किया है।

Report :  Syed Raza
Published By :  Deepak Kumar
Update:2022-04-03 22:52 IST

 उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार

Prayagraj: कोरोना महामारी के बाद जैसे-जैसे स्थिति सामान्य हो रही है, उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) ने भी स्थिति से तारतम्य बनाते हुए, 2021-22 में अपने नेटवर्क के माध्यम से 5.95 करोड़ यात्रियों को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराई है। यह कोरोना प्रभावित 2020-21 की तुलना में 252% उल्लेखनीय वृद्धि है। ज्ञात हो कि पिछले वर्ष 1.69 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की थी। वित्तीय वर्ष की समाप्ति के साथ प्राप्त हुए संभावित आंकड़ों के अनुसार, उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) ने वर्ष 2021-22 में यात्री यातायात से 1812 करोड़ रुपये का अर्जन करते हुए भारतीय रेल (Indian Rail) के कोष में उल्लेखनीय योगदान दिया है। यह पिछले वर्ष की रुपए 799.36 करोड़ की अर्जित आय से 127% अधिक है। ज्ञात हो कि उस दौर में महामारी और उसके बाद के लॉकडाउन के कारण यात्री यातायात बुरी तरह प्रभावित हुया था।

उत्तर मध्य रेलवे ने 98% मेल एक्सप्रेस ट्रेनों को किया शुरू

यद्यपि कोविड का खतरा पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ है, लेकिन स्थिति में सुधार के साथ, रेलवे ने भी कोचिंग सेवाओं को काफी हद तक फिर से शुरू किया है। उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) ने लगभग 98% मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और अपने स्वामित्व वाली लगभग 70% सवारी ट्रेनों को फिर से शुरू कर दिया है। अवगत कराना है कि उत्तर मध्य रेलवे क्षेत्र (North Central Railway Area) को सेवित करने वाली 794 निर्धारित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में से 774 को फिर से शुरू कर दिया गया है, और 182 में से 120 सवारी गाड़ी सेवाओं को भी कोविड के बाद फिर से शुरू कर दिया गया है।

उत्तर मध्य रेलवे के स्वामित्व वाली 84 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें और 66 यात्री ट्रेनें

यहां यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) के स्वामित्व वाली 84 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें और 66 यात्री ट्रेनें हैं। उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) के स्वामित्व वाली इन ट्रेनों में से क्रमशः 82 और 46 गाड़ियों को बहाल कर दिया गया है। इसके अलावा, यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को कम करने के लिए वर्तमान में 14 क्लोन स्पेशल और 56 हॉलिडे/समर स्पेशल ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं। वर्तमान में उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) द्वारा क्लोन और हॉलिडे विशेष सहित कुल 844 (774+14+56) मेल/एक्सप्रेस गाड़ियां चलाई जा रही हैं। यह संख्या निर्धारित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की 100% से अधिक संख्या हैं।

2021-22 में छह नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत की

वित्तीय वर्ष 2021-22 में भी उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) द्वारा छह नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत की गई। ये हैं 01825/26 (कानपुर-ब्रह्मावर्त स्पेशल, अनारक्षित), 01827/28 (एक अन्य कानपुर-ब्रह्मावर्त स्पेशल, अनारक्षित) और 20451/52 (सोगरिया-नई दिल्ली सुपरफास्ट)। ट्रेन संख्या 20451/20452 को नई दिल्ली से 12451/52 (कानपुर-नई दिल्ली श्रम शक्ति एक्सप्रेस) के लाई ओवर रेक का उपयोग करके शुरू किया गया है। इस कदम से मथुरा, भरतपुर, सवाई माधोपुर और कोटा जिलों के आसपास के इलाकों के यात्रियों को लाभ मिल रहा है। उपरोक्त के अलावा, सात ट्रेनों को उत्तर मध्य रेलवे में विभिन्न स्थानों पर प्रायोगिक ठहराव भी प्रदान किया गया है।

2021-22 में उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) द्वारा पार्सल और लगेज लदान से उल्लेखनीय अर्जन किया गया है। वर्ष 2020-21 में, पार्सल ट्रैफिक 48.69 मीट्रिक टन था, जबकि 2021-22 में यह लगभग 88% बढ़कर 91.3 मीट्रिक टन हो गया। इसमें से अनुमानित राजस्व पिछले वर्ष के रुपये 15.55 करोड़ की तुलना में 83% की वृद्धि के साथ इस वर्ष लगभग रुपये 28.47 करोड़ रहने की संभावना है।

ऑपरेशन ग्रीन के तहत चलाई 29 किसान रेल

ऑपरेशन ग्रीन (टॉप टू टोटल) के तहत उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) द्वारा 29 किसान रेल चलाई गईं। ये किसान रेल दक्षिणी या उत्तर-पूर्वी भारत (North East India) के विभिन्न गंतव्यों के लिए आगरा और मैनपुरी से चलाई गई हैं। छोटे किसानों की सुविधा के लिए किसान रेल को एक नई अवधारणा के साथ सब्सिडी के प्रावधान के माध्यम से अपने उत्पाद को अथिकता से कमी वाले क्षेत्रों में ले जाने वाली सुविधा के रूप में प्रारंभ किया गया है। इन 29 किसान रेलों को चलाकर उत्तर मध्य रेलवे ने 1.98 करोड़ रुपये (सब्सिडी को छोड़कर) अर्जित किए। इन किसान रेलों के संचालन के माध्यम से किसानों को रु. 1.90 करोड़ की सब्सिडी दी गई है।

उत्तर मध्य रेलवे ने की 276.87 करोड़ रुपये के स्क्रैप की बिक्री

उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) की एक और उल्लेखनीय उपलब्धि स्क्रैप बिक्री के क्षेत्र में है। इसके अंतर्गत रेलवे बोर्ड (Railway board) द्वारा दिए गए रुपये 230 करोड़ के राजस्व लक्ष्य के विरुद्ध उत्तर मध्य रेलवे (North Central Railway) ने 276.87 करोड़ रुपये के स्क्रैप की बिक्री की। यह न केवल लक्ष्य से 20.38 प्रतिशत अधिक, बल्कि पिछले वर्ष की रिकार्ड बिक्री से भी रुपये 6.87 करोड़ अधिक है। स्क्रैप की बिक्री के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे का यह सर्वश्रेष्ठ राजस्व अर्जन है।

उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक प्रमोद कुमार (North Central Railway General Manager Pramod Kumar) ने अधिकारियों को इन उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए बधाई दी है। महाप्रबंधक ने कहा कि, "उपलब्धियां प्रशंसनीय हैं लेकिन हम पर दृढ़ विश्वास रखने वाले लोगों की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए हमें और कड़ी मेहनत करनी होगी और बेहतर प्रदर्शन करना होगा

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