Prayagraj News: 37वीं इंदिरा मैराथन को लेकर तैयारी पूरी, विजेता को मिलेंगे दो लाख रुपये
Prayagraj News: प्रयागराज में खेल विभाग ने 1985 से इंदिरा मैराथन की शुरुआत की थी। अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन में पुरुषों और महिलाओं के लिए 42.195 किलोमीटर की दूरी निर्धारित की गई है।
Prayagraj News: पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जन्मदिन पर प्रयागराज में आयोजित होने वाली 37 वीं अखिल भारतीय प्राइजमनी इंदिरा मैराथन 19 नवम्बर को आयोजित की जाएगी। कोरोना संक्रमण कम होने की वजह से माना जा रहा है कि इस बार एक हजार धावकों से अधिक लोगों के शामिल होने की संभावना है। मैराथन में शामिल होने वाले धावकों को इलेक्ट्रिक डिवाइस चिप भी लगाई जाएगी। ताकि उनके द्वारा तय दूरी का सही-सही पता लगाया जा सके।
प्रयागराज में खेल विभाग ने 1985 से इंदिरा मैराथन की शुरुआत की थी। अखिल भारतीय इंदिरा मैराथन में पुरुषों और महिलाओं के लिए 42.195 किलोमीटर की दूरी निर्धारित की गई है। हर साल जिला प्रशासन और खेल विभाग की ओर से इसका आयोजन कराया जाता है। नेहरू गांधी खानदान के पैतृक आवास आनंद भवन से इंदिरा मैराथन शुरू होकर तेलियरगंज, म्यौहॉल चौराहा, हाईकोर्ट, हनुमान मंदिर, सीएमपी डिग्री कॉलेज, बैरहना, नए यमुना ब्रिज को पार करके अरैल होते हुए फलाहारी बाबा आश्रम से मुड़कर उसी मार्ग से वापस स्टेडियम में समाप्त होती है।
इस बार इसके रूट में आंशिक बदलाव किया गया है। डीएम संजय खत्री के मुताबिक इंदिरा मैराथन को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयीं हैं। खास तौर पर ट्रैफिक को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। खिलाडियों के लिए रास्ते में शिकंजी जूस आदि पेय पदार्थों का इंतजाम किया गया है। इसके लिए 15 से अधिक बूथ बनाए गए हैं। वहीं पर 5 मोबाइल एंबुलेंस का भी इंतजाम किया गया है। इसके साथ ही कई स्थानों पर मेडिकल टीम भी रहेगी।
डीएम के मुताबिक 37 वर्षों से बिना रूके आयोजित होने वाली इंदिरा मैराथन देश की सबसे पुरानी मैराथन में से एक है। इसके साथ ही मैराथन के सभी मानकों को इसमें सख्ती से लागू किया जाता है। डीएम संजय खत्री के मुताबिक 42.195 किलोमीटर की इस मैराथन के पुरूष और महिला वर्ग के विजेताओं को दो लाख, उपविजेताओं को एक लाख और तीसरे स्थान पर आने वाले धावक को 75 हजार रूपए मिलेंगे। इसके साथ ही पुरुष और महिला वर्ग में 11-11 खिलाड़ियों को दस-दस हजार के सांत्वना पुरस्कार भी दिए जाएंगे।