Prayagraj News: राजर्षिं टंडन मुक्त विश्वविद्यालय के 18वें दीक्षांत समारोह में बोली राज्यपाल- छात्रों को चाहिए देश के विकास में करें योगदान
Prayagraj News: आनंदीबेन पटेल ने दीक्षान्त समारोह में मुक्त विश्वविद्यालय में मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेज (मूक्स) का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।
Prayagraj News: शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रखकर युवाओं को कौशल विकास करके दक्षता हासिल करना चाहिए। इसी के साथ विद्यार्थियों को विश्व स्तरीय शक्ति बनने की ओर अग्रसर भारत के विकास में योगदान करने के लिए प्रेरित करते हुए राज्यपाल एवं कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल ने राजर्षिं टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, प्रयागराज के अठारहवें दीक्षांत समारोह में 20734 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की। उन्होंने मेधावी विद्यार्थियों को 26 स्वर्ण पदक प्रदान किए। इनमें नौ स्वर्ण पदक छात्रों ने तथा सत्रह स्वर्ण पदक छात्राओं ने हासिल किए। समारोह में कुलाधिपति पदक के अतिरिक्त सात विश्वविद्यालय स्वर्ण तथा ग्यारह दानदाता स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। उन्होंने विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट शिक्षकों को भी सम्मानित किया।
राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को दी शुभकामनाएं
आनंदीबेन पटेल ने दीक्षान्त समारोह में मुक्त विश्वविद्यालय में मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्सेज (मूक्स) का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने उपाधि प्राप्त करने वाले सभी छात्र-छात्राओं को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विश्वविद्यालय की उत्तरोत्तर प्रगति पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि दूरस्थ शिक्षा प्रणाली की लचीली व्यवस्था में कई कारणों से मुख्य धारा में शिक्षा प्राप्त कर सकने में असमर्थ विद्यार्थी भी अपनी शिक्षा पूर्ण कर विकास कर सके हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की सराहना भी की।
उपाधि और पदक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने विश्व में भारत के बढ़ते सम्मान, देश की आजादी के अमृत काल में भारतीय एकता को सुदृढ़ करने वाले विविध कर्यक्रमों, वैश्विक परिदृश्य में विश्व गुरू के रूप में प्रबल होती भारत की छवि की चर्चा की। उन्होंने आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते भारत की चर्चा करते हुए हाल ही में प्रारम्भ हुई ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना‘ का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा कि यह योजना भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत और स्वाबलंबी बनाने का यह एक महत्वपूर्ण कदम है, इससे युवाओं को उनके व्यावसायिक सपनों का पूरा करने के लिए आर्थिक मदद मिलेगी। राज्यपाल ने बौद्धिक दिव्यांग बच्चों द्वारा प्रस्तुत समूह नृत्य की तारीफ़ कर उनका उत्साहवर्द्धन किया। इस अवसर पर आंगनबाड़ी केन्द्रों को सुसज्जित करने हेतु किट वितरण तथा कार्यक्रम में प्रतिभाग कर रहे भारत स्काउट एण्ड गाइड, प्राथमिक विद्यालय से आए बच्चों तथा दिव्यांग बच्चों को पठन-पाठन एवं पोषण सामग्री भी राज्यपाल ने प्रदान की।
समारोह में मुख्य अतिथि एवं राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली की कुलपति, प्रो. शशिकला वंजारी ने अपने अनुभवों को विद्यार्थियों से साझा करते हुए उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। समारोह में विशिष्ट अतिथि प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री, योगेन्द्र उपाध्याय ने दूरस्थ शिक्षा द्वारा शिक्षण देने में विश्वविद्यालय के योगदान की सराहना की। उन्होंने पदक और उपाधि प्राप्त करने वाले सभी विद्यार्थियों को बधाई। उनसे भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था में योगदान देकर विश्व में देश की छवि मजबूत करने को कहा।
राज्यमंत्री रजनी तिवारी ने भी सभी उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों को आगामी जीवन की शुभकामनाएं दीं। कुलपति प्रो0 सीमा सिंह ने समारोह में विश्वविद्यालय की प्रगति आख्या प्रस्तुत की। इस अवसर पर समारोह में स्थानीय अतिथिगण, जनप्रतिनिधि, कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यगण, अधिकारी एवं शिक्षकगण तथा विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।