Prayagraj News: हर कीमत पर 31 दिसम्बर तक पूरा करें गंगा एक्सप्रेसवे मुख्य कैरिजवे का कार्यः नन्दी
Prayagraj News: मंत्री नन्दी के स्थलीय निरीक्षण में गंगा एक्सप्रेसवे के मिट्टी के कार्य में धीमी रफ्तार पर जताई नाराजगी, अधिकारियों को दी चेतावनी।
Prayagraj News: महाकुम्भ 2025 के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा निर्धारित प्राथमिक कार्यों में एक गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण की गति एवं प्रगति जानने के साथ ही निर्माण कार्य में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी ने आज प्रयागराज से मेरठ तक बन रही गंगा एक्सप्रेसवे का प्रतापगढ़ में स्थलीय निरीक्षण किया। जिसमें मिट्टी के कार्य की रफ्तार काफी धीमी मिलने पर नाराजगी जताते हुए नन्दी ने अधिकारियों को कार्य की गति बढ़ाने एवं हर हाल में 31 दिसम्बर 2024 तक 596 किलोमीटर लम्बे गंगा एक्सप्रेसवे के फर्स्ट कैरिजवे का निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। मंत्री नन्दी ने सम्बंधित अधिकारियों को स्पष्ट चेतावनी दी कि इस कार्य में लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कहा कि मैन पॉवर बढ़ाएं या फिर मशीनरी, लेकिन हर हाल में निर्धारित तिथि तक कार्य पूरा करें।
मंत्री नन्दी ने शनिवार को दिन में प्रयागराज से मेरठ को जोड़ने वाली उत्तर प्रदेश की सबसे लम्बी निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे का स्थलीय निरीक्षण किया। जिसका निर्माण उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जा रहा है। मंत्री नन्दी ने जनपद प्रतापगढ़ के अस्करनपुर झिंगुर कुंडा में गंगा एक्सप्रेसवे के चैनेज 601-457, प्रयागराज-लखनऊ मार्ग पर चौनेज 576-558 और चैनेज 565-200 पर चल रहे कार्य का स्थलीय निरीक्षण किया। मंत्री नन्दी ने निर्माणाधीन स्थल पर पहुंच कर निर्माण कार्य का स्थलीय निरीक्षण करने के साथ ही गुणवत्ता की भी जानकारी ली। निर्धारित लक्ष्य के साथ ही अब तक की प्रगति के बारे में पूछा। जिस पर मिट्टी के कार्य की रफ्तार काफी धीमी मिली। जिस पर मंत्री नन्दी ने अधिकारियों से पूछा कि मिट्टी के कार्य की रफ्तार धीमी क्यों है। जिसका जवाब देते हुए अधिकारियों ने बताया कि बारिश के कारण मिट्टी के कार्य में दिक्कत आ रही है।
निरीक्षण के बाद मंत्री नन्दी ने सर्किट हाउस प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेसवे के निर्माण के साथ ही महाकुम्भ 2025 से पहले निर्धारित अवधि 31 दिसम्बर 2024 तक निर्माण कार्य पूर्ण होने की योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। मंत्री नन्दी ने समीक्षा बैठक में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि मिट्टी का कार्य काफी पीछे है। जिस पर मंत्री नन्दी ने यूपीडा के अधिकारियों के साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे निर्माण से जुड़े सभी लोगों को स्पष्ट निर्देश दिया कि गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का निर्माण हर हाल में 31 दिसम्बर 2024 तक पूरा करना है। इसे कैसे पूरा करना है ये आप जानें, लेकिन इस कार्य में लापरवाही कत्तई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी जिम्मेदारी अधिकारी डे बाई डे का प्लान बनाएं। समीक्षा करें, जो भी कमियां और समस्याएं आ रही हैं उसे दूर करें। किसी भी स्तर पर कोई समस्या हो तो उसका तत्काल निवारण करें। मंत्री नन्दी ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य से अधिक लक्ष्य का कार्य करने का लक्ष्य बनाएं, उल्टा चार्ट बनाएं। तब कहीं जाकर आप अपने निर्धारित लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं।
20 अगस्त तक दें रिपोर्ट कि 31 दिसम्बर तक कैसे पूरा होगा कार्य
मंत्री नन्दी ने निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के स्थलीय निरीक्षण में कार्य की रफ्तार धीमी मिलने पर अधिकारियों से कहा कि 20 अगस्त तक रिपोर्ट प्रस्तुत करें कि 31 दिसम्बर 2024 तक गंगा एक्सप्रेसवे के मुख्य कैरिजवे का कार्य किस तरह से पूरा कर लेंगे।
डम्फर बढ़ाएं या मैन पॉवर, लेकिन मिट्टी के कार्य में तेजी लाएं
निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेसवे के मिट्टी कार्य में धीमी रफ्तार पर अधिकारियों के साथ ही कांट्रेक्टर ने काफी दूर से मिट्टी मंगाने की जानकारी दी। जिस पर मंत्री नन्दी ने कहा कि मिट्टी का कार्य ही सबसे महत्वपूर्ण है, जिसमें कई लेयर का काम होता है। इस कार्य में ही सबसे अधिक समय लगता है। इसलिए मिट्टी दूर से मंगाया जा रहा है तो डम्फर की संख्या और बढ़ाई जाए, जरूरत पड़े तो मैन पॉवर और बढ़ाएं। हर हाल में 31 दिसम्बर 2024 तक मेन कैरिजवे का कार्य पूरा करें। ताकि महाकुम्भ 2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धाल आसानी से प्रयागराज आ सकें और पुण्य की डुबकी लगा सकें।
समीक्षा बैठक में एसीईओ यूपीडा हरि प्रताप शाही, वरिष्ठ मुख्य महा प्रबंधक यूपीडा आरआर सिंह, मुख्य अभियंता यूपीडा आरके चौधरी, मुख्य महाप्रबंधक एके पाठक, वरिष्ठ भू अर्जन अधिकारी चिनकूराम पटेल, महाप्रबंधक यूपीडा अनुराग अस्थाना, मुख्य कार्यकारी अधिकारी एसके गोयल, मुख्य महाप्रबंधक आईआरबी अनूप सिंह, महाप्रबंधक यूपीडा एसपी राव आदि अधिकारीगण उपस्थित रहे।
गंगा एक्सप्रेसवे
मेरठ से प्रयागराज
लम्बाई- 596 किलोमीटर
प्रारम्भिक बिन्दु- मेरठ-बुलन्दशहर मार्ग पर जनपद मेरठ के बिजौली ग्राम के समीप से
समापन बिन्दु- प्रयागराज बाईपास पर जनपद प्रयागराज के जुड़ापुर दांदू ग्राम के समीप तक
आच्छादित जनपद- मेरठ, हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ एवं प्रयागराज।
आवश्यक भूमि- लगभग 7453.15 हेक्टेयर
परियोजना की लागत- 36,230 करोड़