Prayagraj Magh Mela: पौष पूर्णिमा आज, संगम तट पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़, ठंड पर भारी पड़ रही आस्था
Prayagraj Magh Mela: भीषण ठंड में श्रद्धालु प्रयागराज के संगम तट पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
Prayagraj Magh Mela: माघ मेल का दूसरा पौष पूर्णिमा स्नान आज यानी गुरुवार (25 जनवरी) को है। गुरुवार को सुबह चार बजे से ही प्रयागराज के संगम तट पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा है। भीषण ठंड में श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे है्ं। पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व से कल्पवास की भी शुरुआत हो गई है। पौष पूर्णिमा पितरों की पूर्णिमा मानी जाती है, लिहाजा इस दिन इस दिन पितरों के मोक्ष की कामना को लेकर कल्पवास शुरू होता है। पौष पूर्णिमा से माघी पूर्णिमा तक कल्पवास का क्रम चलता है. माघी पूर्णिमा पर स्नान कर कल्पवासी आध्यात्मिक ऊर्जा बटोर कर वापस घर लौटते हैं।
माघ मेले को प्लास्टिक फ्री घोषित किया गया
जानकारी के मुताबिक माघ मेला क्षेत्र में 4000 रनिंग फीट से ज्यादा के घाट बनाए गए हैं। माघ मेला 768 हेक्टेयर में 6 सेक्टर में बसाया गया है। माघ मेले में पहली बार 6 पान्टून ब्रिज बनाए गए हैं इसके अलावा पहली बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का माघ मेले में प्रयोग हो रहा है। माघ मेले को पूरी तरह से प्लास्टिक फ्री घोषित किया गया है। 200 किलोमीटर की पाइपलाइन और 65 किलोमीटर ड्रेनेज पाइपलाइन व 21 हजार शौचालय बनाए गए हैं।
CCTV और ड्रोन से हो रही निगरानी
माघ मेले में ठंड के मद्देनजर नजर अलाव और 2000 श्रद्धालुओं के लिए रैन बसेरे का इंतजाम किया गया है। पौष पूर्णिमा के स्नान पर्व पर 20 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। सुरक्षा के लिए भी चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं। पुलिस, पीएसी, पैरामिलिट्री के साथ एटीएस और एसटीएफ की तैनाती की गई है। स्नान घाटों पर जल पुलिस, गोताखोर, फ्लड कंपनी पीएसी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ तैनात की गई है। पूरे माघ मेला क्षेत्र की सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
स्नान पर्व के मद्देनजर ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान बनाया गया है, ताकि माघ मेले में आने वाले श्रद्धालु बगैर किसी परेशानी के स्नान कर वापस लौट सकें। पुलिस को श्रद्धालुओं, साधु-संतों और कल्पवासियों से अच्छे व्यवहार की नसीहत दी गई हैष। 8 मार्च महाशिवरात्रि के पर्व तक संगम की रेती पर माघ मेला चलेगा।